पतंजलि फूड्स के ओएफएस को पेश शेयरों के मुकाबले ज्यादा बोली मिली। संस्थागत निवेशकों ने कुल 4.563 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई जबकि कंपनी ने कुल 3.26 करोड़ शेयर बेचने की पेशकश की थी।
इश्यू का मूल आकार 2.534 करोड़ शेयरों का था और कंपनी ने कहा था कि ज्यादा आवेदन मिलने की स्थिति में वह 72.4 लाख शेयरों की अतिरिक्त बोली स्वीकार कर लेगी। हालांकि जरूरत से ज्यादा आवेदन के बावजूद कंपनी ने ऐलान किया है कि वह अतिरिक्त बोली यानी ग्रीन शू ऑप्शन का इस्तेमाल नहीं करेगी।
पतंजलि फूड्स ने एक्सचेंज को भेजी सूचना में कहा, हम बताना चाहते हैं कि हमारा इरादा अतिरिक्त आवेदन को स्वीकार नहीं करने का है। इसके मुताबिक, पेशकश का कुल आकार मूल आकार ही रहेगा।
एक्सचेंज के आंकड़ों से पता चलता है कि ज्यादातर बोली 1,088 रुपये पर मिली, जो फ्लोर प्राइस 1,000 रुपये के मुकाबले ज्यादा है। कंपनी का शेयर द्वितीयक बाजार में 5 फीसदी टूटकर 1,167 रुपये पर बंद हुआ।
खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 25 लाख शेयरों की नीलामी शुक्रवार को होगी। ओएफएस की कामयाबी से बाबा रामदेव की अगुआई वाली कंपनी को न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता के नियमों का अुपालन करने में मदद मिली। अभी कंपनी में प्रवर्तक हिस्सेदारी 80.82 फीसदी है, जो अब घटकर 73.82 फीसदी रह जाएगी।