Auto Stock: कमर्शियल व्हीकल्स बनाने वाली कंपनी हिंदुजा ग्रुप की कंपनी अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) ने चीन की प्रमुख बैटरी टेक्नोलॉजी कंपनी सीएएलबी ग्रुप (CALB Group) के साथ लॉन्ग टर्म एक्सक्लूसिव डील की है। इसके तहत कंपनी भारत में बैटरी बनाएगी। इसके लिए कंपनी ने अगले 7-10 सालों 5 हजार करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। इस खबर के बाद अशोक लीलैंड (Ashok Leyland Share) में हलचल देखने को मिली। बुधवार को कंपनी के शेयर 1.5 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए। शेयर में जारी मूवमेंट के बीच ब्रोकरेज हाउस नोमुरा ने अशोक लीलैंड शेयर पर खरीदारी की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि लोकलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए चीन की कंपनी के साथ साझेदारी से लॉन्ग टर्म में कंपनी का फायदा मिलेगा।
जापान की ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने अशोक लीलैंड शेयर पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने शेयर पर 144 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 130 रुपये के मौजूदा भाव से 10 फीसदी से ज्यादा अपसाइड दे सकता है।
ब्रोकरेज का मानना है कि Ashok Leyland की घरेलू बैटरी इकोसिस्टम में एंट्री एक “सोच-समझकर उठाया गया कदम” है। कंपनी फिलहाल तकनीकी ग्रोथ और स्केल पर ध्यान दे रही है, न कि अग्रेसिव कैपिटल इन्वेस्टमेंट पर।
नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार, मैनेजमेंट का फोकस आंतरिक रिटर्न रेट (IRR) पर बना हुआ है। कंपनी तभी पूरी तरह से सेल मैन्युफैक्चरिंग में कदम बढ़ाएगी। जब उसे उचित रिटर्न मिलने की उम्मीद दिखेगी। हालांकि फिलहाल बैटरी कारोबार कम मार्जिन और कम रिटर्न वाला है।
नोमुरा ने बताया कि प्रबंधन को भरोसा है कि स्केल और बड़े स्तर पर अपनाए जाने से यह वेंचर समय के साथ 18–19% तक के ग्लोबल बेंचमार्क EBITDA मार्जिन हासिल कर सकता है। साथ ही, EV पर संभावित जीएसटी कटौती को रिटेल खरीदारों के लिए सकारात्मक बताया गया है। हालांकि, निकट भविष्य में इसका MHCV (मीडियम और हेवी कमर्शियल व्हीकल) वॉल्यूम पर असर सीमित रह सकता है। लेकिन, लंबी अवधि में टैक्स में कटौती से रिप्लेसमेंट डिमांड को बढ़ावा मिल सकता है।
अशोक लीलैंड ने बताया कि वे भारत में बैटरी लोकलाइजेशन पर निवेश करेगी। इससे न केवल अशोक लीलैंड और स्विच मोबिलिटी के इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलियो की जरूरतें पूरी होंगी, बल्कि ऑटोमोबाइल और एनर्जी स्टोरेज सेक्टर की नॉन-कैप्टिव मांग को भी पूरा किया जाएगा। इस बिजनेस में अगले 7-10 वर्षों के दौरान 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश होगा। बता दें, हिंदुजा समूह इलेक्ट्रिक मोबिलिटी-एज-ए-सर्विस, चार्जिंग उपकरण, व्हीकल्स फाइनेंस और लीजिंग सहित कई क्षेत्रों में निवेश कर रहा है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)