शेयर बाजारों के नई ऊंचाई पर पहुंचने के साथ निफ्टी-50 के 43 शेयर और एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स के 27 शेयर अभी अपने-अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज (DMA) से ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
200 दिन मूविंग एवरेज को निवेशक व ट्रेडर सबसे ज्यादा प्रासंगिक संकेतकों के तौर पर देख रहे हैं, जिनका मानना है कि शेयर व सूचकांकों का ऐसे अहम स्तर से ऊपर ट्रेड करना उसकी ताकत प्रदर्शित करता है और अल्पावधि से मध्यम अवधि में और तेजी आ सकती है। हालांकि इस अहम स्तर से नीचे ट्रेड को गिरावट का संकेतक माना जा रहा है, जिसमें शेयर व सूचकांकों में संभावित तौर पर बिकवाली देखी जा सकती है।
निफ्टी-50 में विप्रो, UPL, कोटक बैंक, हिंडाल्को, इन्फोसिस, सिप्ला और अदाणी एंटरप्राइजेज ही ऐसे शेयर हैं, जो अभी भी अपने-अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहे हैं। एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स (S&P BSE Sensex) और निफ्टी-50 का 200 दिन का मूविंग एवरेज क्रमश: 60,570 व 17,947 है।
कोटक सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, तकनीकी तौर पर बाजार ने बुलिश कैंडल बनाया है, जो और तेजी का संकेत दे रहा है।
ट्रेडर निफ्टी के 18,900 के स्तर और सेंसेक्स के 63,700 के स्तर पर नजर रखेंगे, जो ट्रेंड तय करेगा। इस स्तर से ऊपर सूचकांक 19,100-19,150 और 64,300-64,400 की ओर जा सकते हैं। 18,900 और 63,700 के स्तर पर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
इस बीच, पिछले तीन महीने में S&P BSE Sensex और निफ्टी-50 ने क्रमश: 11 फीसदी व 12 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है, जो विदेशी संस्थागत निवेशकों की खरीदारी के दम पर बढ़ा है।
NSDL के आंकड़ों के मुताबिक, इस अवधि में FII ने 87,813 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मिड व स्मॉलकैप में बढ़ोतरी और भी ज्यादा रही है और आंकड़ों के मुताबिक इनमें एनएसई पर 21 फीसदी व 23 फीसदी का इजाफा हुआ है।
विश्लेषक फंडामेंटल के स्तर पर भी बाजारों में अल्पावधि से मध्यम अवधि में बढ़ोतरी देख रहे हैं, जिसे मॉनसून की रफ्तार में इजाफा से सहारा मिलेगा।
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बेहतर मॉनसून से महंगाई पर लगाम रहेगी और RBI दरों में कटौती को प्रोत्साहित हो सकता है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि बाजार का मूल्यांकन भी मध्यम से लंबी अवधि में आकर्षक बना रहेगा।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, मजबूत संस्थागत निवेश, बेहतर आर्थिक हालात और आय में मजबूत बढ़ोतरी ने देसी बाजार को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। मौजूदा मूल्यांकन भी उचित है (एक आगे के पीई 19 गुने पर), जो पिछले सर्वोच्च स्तर पर 24 गुने की ऊंचाई पर पहुंचा था। मॉनसून में बेहतरी और RBI की तरफ से दर बढ़ोतरी पर विराम से आय की मजबूत रफ्तार बनी रह सकती है।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च ऐंड एडवाइजरी के प्रबंध निदेशक (MD) जी. चोकालिंगम ने कहा, निवेश रणनीति के तौर पर निवेशकों को अपना पोर्टफोलियो लार्जकैप शेयरों की ओर ले जाना चाहिए और उम्दा रिटर्न के लिए मिड व स्मॉलकैप शेयरों की ओर आक्रामकता से नहीं बढ़ना चाहिए क्योंकि बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर ट्रेड कर रहा है।
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चोकालिंगम ने कहा, मेरा सुझाव है कि निवेशक लार्जकैप सेंसेक्स व निफ्टी शेयरों के अलावा लार्ज मिडकैप शेयरों की ओर बढ़े। मैं बीएसई, नेस्को, बॉम्बे बरमा ट्रेडिंग कॉर्प, बामर लॉरी, कोल इंडिया, अल्बर्ट डेविड, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एचडीएफसी बैंक, केसीपी, निप्पॉन लाइफ, इंडोको रेमिडीज और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर खरीदने की सलाह देता हूं।
सतर्कता जरूरी
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के तकनीकी शोध विश्लेषक नंदीश शाह ने कहा, नतीजे के आगामी सीजन को देखते हुए विश्लेषकों को शेयर विशेष और में और तेजी दिख रही है, न कि व्यापक स्तर पर।
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ऐतिहासिक तौर पर निफ्टी जून 2017 के बाद से लगातार चार सीरीज में कभी नहीं चढ़ा, ऐसे में लगातार तीन सीरीज में फायदे के बाद जुलाई सीरीज में मुनाफावसूली की काफी ज्यादा संभावना है।