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बाजार हलचल: PSU शेयर बिक्री पर निवेशक सकारात्मक

खनन कंपनी Coal India में LIC की हिस्सेदारी OFS के पहले व बाद में 11 फीसदी के स्तर पर बरकरार रही

Last Updated- July 16, 2023 | 7:15 PM IST

जून में केंद्र सरकार ने कोल इंडिया के करीब 4,200 करोड़ रुपये के शेयर बेचने में कामयाब रही, जो इस वित्त वर्ष का पहला अहम विनिवेश था। शेयर बिक्री को पेश शेयरों के मुकाबले ज्यादा मांग का सामना करना पड़ा।

सरकारी स्वामित्व वाले संस्थानों मसलन LIC के लिए सरकारी विनिवेश के दौरान बड़ी बोली लगाना आम है। हालांकि इस बार मामला अलग था।

कोल इंडिया की तरफ से जारी हालिया शेयरधारिता पैटर्न से पता चलता है कि देश की सबसे बड़ी खनन कंपनी में LIC की हिस्सेदारी OFS के पहले व बाद में 11 फीसदी के स्तर पर बरकरार रही। ऐसे में शेयर बिक्री में निवेशकों की वास्तविक मांग देखने को मिली।

एक निवेश बैंकर ने कहा, PSU को लेकर सेंटिमेंट सकारात्मक हो गया है। आकर्षक मूल्यांकन को देखते हुए कुछ निवेशक PSU शेयरों पर दांव लगाने को इच्छुक हैं।

सरकार को इस मौके का इस्तेमाल अपने विनिवेश कार्यक्रम के लिए करना चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी PSU का प्रदर्शन परिचालन के स्तर पर सुधरे।

माइक्रोकैप पर पड़ा ट्रेडिंग की पाबंदी का असर

BSE में लिस्टेड 420 करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण (mcap) वाली मरक्यूरी ईवी-टेक (विगत में मरक्यूरी मेटल्स) ने ज्यादा निगरानी वाले ढांचे (ESM) के खिलाफ राहत पाने के लिए प्रतिभूति अपील पंचाट (SAT) का दरवाजा खटखटाया है।

कंपनी ने कहा है कि ESM Stage II (इसमें हफ्ते में एक बार ही ट्रेडिंग की इजाजत होती है) लागू होने से उसका शेयर इलिक्टिवड हो गया है, जिससे कंपनी व निवेशकों को नुकसान हुआ है। इस पर सैट 25 जुलाई को सुनवाई करेगा और पंचाट ने BSE को 21 जुलाई तक अपना जवाब देने का निर्देश दिया है।

स्टॉक एक्सचेंजों व बाजार नियामक ने 500 करोड़ रुपये से कम एमकैप वाली स्मॉल व माइक्रोकैप कंपनियों में उतार-चढ़ाव व कीमतों में मनमाने फेरबदल पर लगाम कसने के लिए ESM ढांचा लागू किया है।

कुछ इकाइयों ने इस मामले पर अपनी चिंता सामने रखी है और नए ढांचे को लेकर चुनौतियों के बारे में भी बताया है।

Netweb Technologies का GMP 65 फीसदी से ज्यादा

देश में सुपरकंप्यूटिंग सिस्टम्स की सबसे बड़ी विनिर्माता नेटवेब टेक्नोलॉजिज (Netweb Technologies) का ग्रे मार्केट प्रीमियम 65 फीसदी से ज्यादा है।

दिल्ली की कंपनी का 630 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम सोमवार को खुल रहा है। यह IPO ऐसे समय में आ रहा है जब पिछले तीन IPO की लिस्टिंग में 30 फीसदी से लेकर 93 फीसदी तक का लाभ देखने को मिला है। साथ ही हाल में बंद हुए उत्कर्ष स्मॉल फाइनैंस बैंक का IPO 50 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर सूचीबद्ध‍ होने की उम्मीद है। इस IPO को 100 गुने से ज्यादा आवेदन मिले हैं।

एक ब्रोकर ने कहा, द्धितीयक बाजार में खरीदारी के माहौल के बीच आईपीओ बाजार को लेकर काफी हलचल है। ऐसे में IPO के प्रदर्शन को लेकर GMP अच्छा संकेतक है।

हालांकि हमें सतर्क रहने की दरकार है। विगत में हमने देखा है कि एक या दो कमजोर सूचीबद्ध‍ता के बाद सेंटिमेंट कमजोर हो गया था।

First Published - July 16, 2023 | 7:15 PM IST

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