अदाणी समूह की सभी कंपनियों के शेयर सोमवार को लाल निशान में बंद हुए। अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड की तरफ से कंपनी अंकेक्षक के तौर पर डेलॉयट के इस्तीफे की घोषणा के बाद यह पहला कारोबारी सत्र था। अंबुजा सीमेंट्स और अदाणी एंटरप्राइजेज में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई जबकि समूह की आठ अन्य फर्मों में से पांच के शेयर 2 फीसदी से ज्यादा टूटे। इस बिकवाली के कारण समूह का बाजार पूंजीकर 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा घट गया।
स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, संबंधित पक्षकार के लेनदेन का हवाला देते हए अंकेक्षकों ने इस्तीफा दे दिया, जो हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद एक बार फिर कुछ समस्याएं सामने रख रहा है। साथ ही सेबी की रिपोर्ट से पहले भी कुछ घबराहट है। जब भी ऐसी नकारात्मक खबरें आएगी, कुछ गिरावट आ सकती है, लेकिन हम उतनी गिरावट नहीं देखेंगे जो हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद देखने को मिली थी।
शनिवार को नियामकीय सूचना में अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड ने कहा था कि कंपनी को बोर्ड ने कंपनी अंकेक्षक के तौर पर डेलॉयट का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और एमएसकेए ऐंड एसोसिएट्स चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को नियुक्त किया है।
अदाणी के शेयर सोमवार को सुर्खियों में थे क्योंकि बाजार नियामक सेबी ने अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में जांच पूरी करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय से 15 दिन का समय और मांगा है।