हाल की तेजी के बाद शेयर बाजार में दोनों बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार को टूट गए। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 313 अंक टूटा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की इस सप्ताह पेश होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा और व्यापार युद्ध को लेकर चिंता के बीच निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। बीएसई सेंसेक्स 312.53 अंक यानी 0.40 फीसदी की गिरावट के साथ 78,271.28 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 367.56 अंक तक नीचे चला गया था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 नुकसान में जबकि नौ लाभ में रहे।
उधर, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 42.95 अंक यानी 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 23,696.30 अंक पर बंद हुआ। मंगलवार की तेजी के बाद मुनाफावसूली और रुपये के अबतक के सबसे निचले स्तर पर आने से भी धारणा प्रभावित हुई। सेंसेक्स मंगलवार को 1,397.07 अंक चढ़ा था और निफ्टी 378.20 अंक चढ़कर एक महीने के उच्चस्तर पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से एशियन पेंट्स 3 फीसदी से अधिक नीचे आया। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही में 23.5 की गिरावट के साथ 1,128.43 करोड़ रुपये रहने की सूचना से कंपनी का शेयर नीचे आया। मुख्य रूप से कमजोर मांग से कंपनी का लाभ कम हुआ है। इसके अलावा टाइटन, नेस्ले, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन ऐंड टुब्रो, आईटीसी, जोमैटो और बजाज फिनसर्व के शेयर प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, वैश्विक स्तर पर गिरावट के बीच चुनिंदा बैंकों, वाहन, रियल्टी और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा। सभी की नजरें शुक्रवार को मौद्रिक नीति घोषणा पर होगी। अगले कुछ सत्रों में कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।