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सतर्कता बरतें small-midcap निवेशक, बड़ी तेजी के बाद विश्लेषकों ने दी सलाह

BSE midcap कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में 13.7 प्रतिशत चढ़ा, जबकि NSE Smallcap में समान अव​धि में 12.7 प्रतिशत तेजी आई

Last Updated- July 05, 2023 | 10:13 PM IST
stocks to buy

Stock Market: कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में स्मॉलकैप और मिडकैप सेगमेंटों में भारी तेजी के बाद विश्लेषक अब निवेशकों को इन शेयरों पर सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों को अब निवेश से पहले खास चयन और उपयुक्त मूल्यांकन और आय संभावना पर ध्यान देना चाहिए।

आंकड़ों से पता चलता है कि बीएसई मिडकैप (BSE midcap) कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में 13.7 प्रतिशत चढ़ा, जबकि बीएसई स्मॉलकैप (NSE Smallcap) में समान अव​धि में 12.7 प्रतिशत तेजी आई। तुलनात्मक तौर पर, सेंसेक्स में 6.4 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई।

​इ​क्विनॉमिक्स रिसर्च ऐंड एडवायजरी के संस्थापक चोकालिंगम जी के अनुसार छोटे निवेशकों ने स्मॉलकैप और मिडकैप पर उत्साह दिखाया है, जो बाजार में निवेश शुरू करते वक्त उनके लिए पसंदीदा निवेश दांव रहे हैं। इस वजह से ये शेयर कीमतें चढ़ी हैं। उनका कहना है, ‘मजबूत वृहद अर्थव्यवस्था और संपूर्ण सकारात्मक धारणा से मुख्य सूचकांकों ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। सभी तीनों सेगमेंटों- स्मॉलकैप, मिडकैप और लार्जकैप के मूल्यांकन लंबे समय तक आकर्षक नहीं रहे हैं। स्मॉलकैप में मूल्यांकन ​बढ़ा हुआ लग रहा है। स्मॉलकैप सूचकांक तीन साल में करीब दोगुना हुआ है। अब स्मॉलकैप जो​खिम वाला नजर आ रहा है। पिछले आंकड़ों से पता चलता है कि जब हरेक तीन साल में स्मॉलकैप में लार्जकैप के मुकाबले गिरावट आती है और छोटे निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली की जाती है।’

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कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में Stock Market स्मॉलकैप और मिडकैप में बड़ी तेजी कुछ हद तक इन दो सेगमेंटों में कैलेंडर वर्ष 2022 में आई गिरावट की वजह से भी दर्ज की गई। आंकड़े से पता चलता है कि जहां BSE का मिडकैप कैलेंडर वर्ष 2022 में 1.4 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 25,314 पर बंद हुआ, वहीं स्मॉलकैप समान अव​धि के दौरान 1.8 प्रतिशत कमजोर होकर 28,926 पर बंद हुआ। इस अव​धि के दौरान सेंसेक्स 4.4 प्रतिशत चढ़ा।

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सेंट्रम ब्रोकिंग में इंस्टीट्यूशनल इ​क्विटीज के मुख्य कार्या​धिकारी (CEO) निश्चल महेश्वरी के अनुसार, स्मॉलकैप और मिडकैप में ताजा तेजी का अन्य कारण इन दो सेगमेंट में निरंतर पूंजी प्रवाह है।

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उनका कहना है, ‘इ​क्विटी और स्मॉल, मिडकैप सेगमेंटों में विदेशी संस्थागत निवेशक और घरेलू म्युचुअल फंड प्रवाह मजबूत हुआ है और उन्होंने इन दो बाजार सेगमेंटों में अच्छी खरीदारी की है। अर्थव्यवस्था भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। भारत मौजूदा समय में अच्छी ​स्थिति में है। इन सभी कारकों से स्मॉलकैप, मिडकैप में तेजी को बढ़ावा मिल रहा है। ऐतिहासिक तौर पर, हमने देखा है कि जब अर्थव्यवस्था मजबूत होती है तो इन दो सेगमेंटों का प्रदर्शन भी अच्छा रहता है।’

First Published - July 5, 2023 | 10:12 PM IST

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