देश की दूसरी सबसे बड़ी मझोले और भारी वाणिज्यिक वाहन (एमऐंडएचसीवी) कंपनी अशोक लीलैंड ने वित्त वर्ष 2025 की मार्च तिमाही में शानदार परिचालन प्रदर्शन दर्ज किया। मजबूत बिक्री और औसत बिक्री कीमत में मामूली सुधार से कंपनी को राजस्व के मोर्चे पर मदद मिली है। वित्त वर्ष 2026 में कंपनी को वाणिज्यिक वाहन बाजार में कुछ प्रमुख सेगमेंटों में वृद्धि की उम्मीद है। राजस्व के गैर-कमर्शियल की हिस्सेदारी में वृद्धि और कंपनी की शुद्ध नकदी स्थिति से उसे मजबूत राजस्व दर्ज करने और बढ़ोतरी के नए अवसर तलाशने में मदद मिलेगी। पिछले छह महीनों में कंपनी ने निफ्टी ऑटो इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन हाल में इसका रिटर्न (1 महीने और 3 महीने) प्रतिस्पर्धी इंडेक्स से कम रहा है। हालांकि, मार्च तिमाही में दमदार प्रदर्शन, सभी सेगमेंटों में संभावनाओं, लाभप्रदता के लक्ष्य और बढोतरी के नए विकल्पों से भविष्य में इस शेयर को मदद मिलने की उम्मीद है।
बिक्री में 5 प्रतिशत की वृद्धि और कीमतों में मामूली बढ़ोतरी के कारण कंपनी ने तिमाही में 5.7 प्रतिशत की सालाना बिक्री दर्ज की। तिमाही आधार पर बिक्री में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसका गैर-सीवी कारोबार अब इसके आधे राजस्व का स्रोत है और वह भी मजबूत रहा। जहां स्पेयर पार्ट्स की बिक्री में 15 प्रतिशत की सालना वृद्धि हुई, वहीं इंजन बिक्री 9 प्रतिशत तक बढ़ी। एमऐंडएचसीवी सेगमेंट में वृद्धि की रफ्तार इस शेयर के लिए मुख्य कारक होगी। टाटा मोटर्स की तरह अशोक लीलैंड ने भी वित्त वर्ष 2026 में एमऐंडएचसीवी के लिए एक अंक में वृद्धि का संकेत दिया है।
नोमूरा रिसर्च को वित्त वर्ष 2026 और 27 में एमएचसीवी वृद्धि 5 प्रतिशत रहने का अनुमान है और इसे सरकारी पूंजीगत खर्च बढ़ने, कम ब्याज दरों तथा ईंधन की कम कीमतों से मदद मिलेगी। ब्रोकरेज के कपिल सिंह और सिद्धार्थ बेरा का कहना है कि रीप्लेसमेंट मांग में सुधार की संभावना है जिससे बिक्री वृद्धि में मदद मिलेगी। अन्य व्यवसायों (स्पेयर पार्ट्स, डिफेंस और पावर सॉल्युशंस) के बारे में कोटक रिसर्च का मानना है कि मध्यावधि के दौरान बढ़ोतरी सालाना आधार पर दो अंक में रहेगी। इससे संपूर्ण राजस्व वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा और मुनाफा मजबूत होगा, क्योंकि ये व्यवसाय मार्जिन बढ़ाने वाले हैं।
ब्रोकरेज के ऋषि वोरा का कहना है कि कंपनी निर्यात वाहन बिक्री (मार्जिन बढ़ाने वाले) बेहतर बनाने पर ध्यान दे रही है और वित्त वर्ष 2025-27 में ऊंचे एक अंक में बिक्री वृद्धि की उम्मीद है। लगातार दूसरी तिमाही में परिचालन मुनाफा मार्जिन अनुमान से बेहतर रहा और 15 प्रतिशत के सर्वाधिक ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। यह सालाना आधार पर 90 आधार अंक अधिक था और तिमाही आधार पर इसमें 230 आधार अंक का सुधार आया।
कंपनी का मानना है कि मिश्रण/वाहन प्रीमियमाइजेशन, परिचालन दक्षता, लगातार लागत कटौती के उपायों और गैर-वाहन के ऊंचे राजस्व से मार्जिन वृद्धि की गुंजाइश बनी हुई है। नोमूरा रिसर्च का कहना है कि मार्जिन में धीरे धीरे इजाफा हो सकता है, क्योंकि एमएचसीवी कंपनियां कीमत अनुशासन पर अमल करती हैं। नोमूरा ने इस शेयर के लिए लक्ष्य 250 रुपये से बढ़ाकर 275 रुपये कर दिया है।
एमके रिसर्च ने भी वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए कंपनी के आय अनुमान 6-6 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं। ब्रोकरेज के विश्लेषकों ने अशोक लीलैंड के शेयर का कीमत लक्ष्य 6 प्रतिशत तक बढ़ाकर 280 रुपये कर दिया है।