Defence Stock: डिफेंस एंड एयरोस्पेस सेक्टर की स्मालकैप कंपनी अपोलो माइक्रोसिस्टम (Apollo Micro Systems) के शेयर में बुधवार (29 जनवरी) को बाजार खुलते ही जोरदार तेजी देखने को मिली। शुरुआती कारोबारी सेशन में ही यह शेयर 5.5 फीसदी से ज्यादा उछल गया। दरअसल, यह स्मालकैप कंपनी को DRDO से एक अहम ऑर्डर मिलने की संभावना है। कंपनी L1 बिडर घोषित हुई है। लंबी अवधि में इस स्टॉक ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। 2 साल में शेयर करीब 290 फीसदी उछल चुका है।
अपोलो माइक्रोसिस्टम (Apollo Micro Systems) ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि वे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) से 7.37 करोड़ रुपये के ऑर्डर के लिए सबसे कम बोली लगाने वाले (L1 बिडर) घोषित की गई है। कंपनी एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में कार्यरत है. यह इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रांसपोर्ट, रेलवे और अन्य सेक्टर्स में भी सेवाएं उपलब्ध कराती है।
अपोलो माइक्रो सिस्टम का शेयर लॉन्ग टर्म में निवेशकों के लिए मल्टीबैगर रहा है। बीते दो साल में इस शेयर ने 290 फीसदी का जोरदार रिटर्न दिया है। जबकि 3 साल का रिटर्न 755 फीसदी और 5 साल का 1460 फीसदी रहा है। बीते एक साल का रिटर्न 5 फीसदी रहा है। हालांकि, बीते 3 महीने यह 25 फीसदी से ज्यादा की तेजी दिखा चुका है। यह स्टॉक सेबी और एक्सचेंज की अतिरिक्त निगरानी (ASM-1 कैटेगरी) में है।
मंगलवार को शेयर 119 रुपये पर बंद हुआ था। बुधवार को स्टॉक में 120.10 रुपये पर कारोबार शुरू हुआ और थोड़ी देर में ही 5.5 फीसदी से ज्यादा उछलकर 126 के के लेवल तक पहुंच गया। BSE Smallcap इंडेक्स के इस शेयर का मार्केट कैप 3,803 करोड़ रुपये है।
शेयर का 52 हफ्ते का हाई 157 और लो 88 रुपये है। अपने रिकॉर्ड हाई से यह शेयर फिलहाल 25 फीसदी की गिरावट पर ट्रेड कर रहा है। बता दें, मई 2023 में यह स्टॉक स्पिल्ट हुआ था। कंपनी ने अपने 10:1 के अनुपात में स्टॉक स्पिल्ट किया था। यानी, 10 रुपये फेस वैल्यू वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर को 1 रुपये फेस वैल्यू वाले 10 शेयरों में स्पिल्ट किया गया था।
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)