अदाणी समूह के कई शेयर सोमवार को उन खबरों के बीच गिरावट के शिकार हुए जिनमें कहा गया कि पर्यावरण अनुकूल, सामाजिक एवं प्रशासनिक (ESG) फंड ने समूह की एक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेच दी है।
एक खबर में कहा गया है कि नॉर्वे के पेंशन फंड केएलपी ने अदाणी ग्रीन एनर्जी (AGEL) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। फंड ने इस आशंका से यह हिस्सेदारी बेची है कि कंपनी के शेयरों को आस्ट्रेलिया में Carmichael coal project के फंड के लिए गिरवी रखा जा सकता है।
Bloomberg के आंकड़े के अनुसार, ईएसजी लक्ष्यों को बढ़ावा देने वाले यूरोपीय संघ में पंजीकृत 500 से ज्यादा ESG फंडों के पास अदाणी शेयरों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हिस्सेदारी है।
अदाणी समूह की 10 में से 6 कंपनियों के शेयर आज नुकसान के साथ बंद हुए। अदाणी एंटरप्राइजेज में 6 प्रतिशत, अदाणी टोटाल गैस, अदाणी ट्रांसमिशन, और अदाणी ग्रीन एनर्जी में 5-5 प्रतिशत की गिरावट आई। एनडीटीवी के शेयर में 3.7 प्रतिशत और अदाणी विल्मर में करीब 2 प्रतिशत की कमजोरी आई। कुल मिलाकर, समूह का बाजार पूंजकरण सोमवार को करीब 25,000 करोड़ रुपये घट गया। 24 जनवरी (हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने) के बाद से अदाणी समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 11 लाख करोड़ रुपये तक नीचे आया है।
हिंडनबर्ग द्वारा जारी रिपोर्ट में अदाणी कंपनियों पर शेयरों में हेरफेर करने, और अत्यधिक कर्ज का इस्तेमाल करने (जिससे उसके ऋणदाताओं के लिए जोखिम बढ़ा) का आरोप लगाया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया कि समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों को ऊंचे मूल्यांकन की वजह से 85 प्रतिशत गिरावट का सामना करना पड़ा है।
हिंडनबर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि प्रमुख लिस्टेड अदाणी कंपनियों ने भारी भरकम कर्ज ले रखा था, जिनमें उनके ऊंची कीमत वाले शेयरों को ऋण लेने के लिए गिरवी रखा जाना भी शामिल था। इससे पूरा समूह अनिश्चित वित्तीय हालात में आ गया।