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₹173 करोड़ का बड़ा घोटाला! सेबी ने IEX में इनसाइडर ट्रेडिंग का किया पर्दाफाश

सरकारी अफसर, ज्योतिषी और 8 लोगों का खेल - अंदर की खबर से बना करोड़ों का मुनाफा

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खुशबू तिवारी   
Last Updated- October 16, 2025 | 9:47 AM IST

IEX Insider Trading Case: सेबी ने बुधवार को भारतीय ऊर्जा एक्सचेंज (IEX) के शेयरों में कथित अंदरूनी जानकारी के आधार पर ट्रेडिंग करने वाले 8 व्यक्तियों को बाजार से बैन कर दिया है। साथ ही, इनकी ₹173 करोड़ की अवैध कमाई जब्त करने का आदेश भी दिया है।

IEX Insider Trading का यह मामला कैसे सामने आया?

ये लोग केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (CERC) के उच्च अधिकारियों से प्राप्त अंदरूनी जानकारियों का गलत फायदा उठाकर IEX के शेयरों में ट्रेडिंग कर रहे थे। सेबी को इस बात का पता तब चला जब CERC की एक घोषणा से पहले IEX के शेयरों की कीमत में अचानक तेज गिरावट और ट्रेडिंग वॉल्यूम में असामान्य बढ़ोतरी हुई।

CERC की घोषणा क्या थी और इसका शेयर पर क्या असर हुआ?

23 जुलाई को CERC ने मार्केट कपलिंग लागू करने का ऐलान किया। इसका मतलब है कि अब बिजली की खरीद-फरोख्त के लिए अलग-अलग एक्सचेंजों की बोली को एक साथ जोड़ा जाएगा, ताकि सही कीमत तय हो सके। इस खबर का असर IEX के शेयरों पर पड़ा और 24 जुलाई को इसके शेयर की कीमत करीब 29.5% गिर गई।

सेबी की जांच में क्या-क्या खुलासे हुए?

सेबी को जांच में पता चला कि इन लोगों का ट्रेडिंग करने का तरीका आम निवेशकों से अलग था। उन्होंने खासतौर पर IEX के गिरने पर मुनाफा कमाने वाले Put ऑप्शन में बड़ा पैसा लगाया था, जिससे साफ दिखता है कि वे शेयर गिरने की पहले से तैयारी कर रहे थे। जांच में यह भी सामने आया कि ये सभी लोग आपस में रिश्तेदार हैं और CERC की एक सीनियर अधिकारी योगिता एस. मेहरा से निजी तौर पर जुड़े हुए थे। सेबी को उनके व्हाट्सएप चैट और जब्त किए गए दस्तावेजों में एक ज्योतिषी का भी नाम मिला, जो इन लोगों और अधिकारी के बीच संपर्क का जरिया था। यही ज्योतिषी उन्हें ट्रेडिंग के लिए सलाह भी देता था।

CERC के एक अन्य अधिकारी गगन दीवान ने भी इन लोगों को मार्केट कपलिंग की जानकारी दी थी।

सेबी ने जिन 8 व्यक्तियों पर कार्रवाई की है, वे हैं: भुवन सिंह, अमरजीत सिंह सोरन, अमीता सोरन, अनीता, नरेंद्र कुमार, वीरेंद्र सिंह, बिंदु शर्मा, और संजीव कुमार।

सेबी ने कहा कि इन लोगों की ट्रेडिंग रणनीति से साफ पता चलता है कि यह पूरी योजना बड़े पैमाने पर बनाई गई थी। सेबी के व्होल-टाइम मेंबर कमलेश चंद्र वर्शन ने कहा कि अगर कुछ लोग ही बाजार में अंदरूनी जानकारी का फायदा उठा पाएंगे तो आम निवेशकों का भरोसा खत्म हो जाएगा और इससे उनका नुकसान होगा।

सेबी ने कहा है कि अवैध कमाई का कुछ हिस्सा पहले ही कुछ जुड़े लोगों को ट्रांसफर किया जा चुका है। इसलिए तुरंत कार्रवाई करनी जरूरी थी ताकि यह पैसा नियामक की पहुंच से बाहर न हो जाए। मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी।

प्रतिबंध कब तक रहेगा?

इन 8 लोगों पर लगाई गई बाजार में ट्रेडिंग की पाबंदी तब तक रहेगी जब तक उनका जब्त किया गया पैसा वापस नहीं किया जाता। हालांकि, इन्हें IEX के शेयरों में ट्रेडिंग करने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी।

First Published : October 16, 2025 | 9:47 AM IST