विदेशी पूंजी का निवेश बढ़ने के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 15 पैसे की तेजी के साथ 82.70 (अस्थायी) प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि अपनी प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने तथा कमजोर घरेलू शेयर बाजार के कारण रुपये का लाभ सीमित रहा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.83 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के अंत में यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 15 पैसे की तेजी के साथ 82.70 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान रुपया 82.64 के उच्चस्तर तक गया और 82.84 के निचले स्तर तक आया। पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.85 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.18 प्रतिशत बढ़कर 103.67 हो गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 208.01 अंक की गिरावट के साथ 61,773.78 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.81 प्रतिशत बढ़कर 78.23 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि डॉलर के कमजोर रहने तथा विदेशी संस्थागत निवेश बढ़ने से रुपये में तेजी आई। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 182.51 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।