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जून में रिकॉर्ड एसआईपी पंजीकरण

Last Updated- December 12, 2022 | 2:46 AM IST

म्युचुअल फंडों ने जून में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में रिकॉर्ड नया पंजीकरण दर्ज किया और यह 21.3 लाख रहा। अप्रैल के बाद से करीब 51 लाख नए एसआईपी खाते खुले हैं, जिसकी वजह इक्विटी बाजारों का मजबूत प्रदर्शन है। बाजार के भागीदारों ने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में एसआईपी किसी निवेशक के पोर्टफोलियो का अनिवार्य हिस्सा बन गया है। एसबीआई एमएफ के मुख्य बिजनेस अफसर डी पी सिंह ने कहा, पहले वेतनभोगी वर्ग एसआईपी के जरिये निवेश किया करते थे। लेकिन महामारी के दौरान कारोबारी वर्गों ने भी निवेश के फायदे को समझा और एसआईपी खाते खुलवाए।
अप्रैल व मई में नए एसआईपी पंजीकरण क्रमश: 14 लाख व 15.4 लाख रहे। पिछले वित्त वर्ष में उद्योग ने करीब 1.41 करोड़ नए एसआईपी खाते खोले थे। मोटे तौर पर म्युचुअल फंड निवेशक पिछले रिटर्न को देखकर इक्विटी फंडोंं में आते हैं।
पिछले एक साल में मिडकैप फंडों ने 74 फीसदी रिटर्न दिया है, वहीं लार्जकैप फंडों ने 47 फीसदी का रिटर्न दिया है। उद्योग के अधिकारियों ने यह भी कहा कि न सिर्फ अल्पावधि के रिटर्न बल्कि लंबी अवधि में भी इक्विटी फंडों का रिटर्न आकर्षक हो गया है, जिससे निवेशक इसमें निवेशित बने रहने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
मोटे तौर पर निवेशक एसआईपी तीन से पांच साल के लिए लेते हैं और अगर रिटर्न सकारात्मक रहा तो इसमें निवेश जारी रखते हैं। जून में एसआईपी में निवेश बढ़कर 9,156 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो मई में 8,819 करोड़ रुपये रहा था।
हालांकि जून में नया पंजीकरण बढ़ा है, लेकिन इस अवधि में एसआईपी खाते बंद करने के मामलों में भी इजाफा हुआ है। जिन एसआईपी की अवधि पूरी हो गई और जिन्हें बंद कराया गया उनकी संख्या 7.62 लाख रही, जो मई में 6.60 लाख थी। 

First Published - July 13, 2021 | 11:55 PM IST

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