Skip to content
  गुरूवार 9 फ़रवरी 2023
Trending
February 8, 2023प्रतिभूतियों को उधार देना, लेना संभवFebruary 8, 2023Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग पर केंद्र के सख्त कानून की जरूरत- आईटी मंत्रीFebruary 8, 2023जीएसटी परिषद की बैठक में ऑनलाइन गेमिंग पर चर्चा की संभावना नहींFebruary 8, 2023Budget 2023 : रक्षा बजट में स्पष्टता की दरकार दोधारी तलवारFebruary 8, 2023दुनिया में कम हुई है अनिश्चितताFebruary 8, 2023नीतिगत गुंजाइश बरकरारFebruary 8, 2023हमने ऐप बैन करने का सुझाव नहीं दिया: आरबीआईFebruary 8, 2023G-20 देशों के यात्री कर सकेंगे UPI का इस्तेमाल, भुगतान करना होगा आसानFebruary 8, 2023उत्तर प्रदेश में वैश्विक निवेशक सम्मेलन की तैयारियां अंतिम चरण मेंFebruary 8, 2023एमपीसी का जीडीपी वृद्धि अनुमान सरकार से ज्यादा
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  बाजार  संभव है पूंजी की सुरक्षा और निश्चित रिटर्न
बाजार

संभव है पूंजी की सुरक्षा और निश्चित रिटर्न

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —June 8, 2008 9:52 PM IST0
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

म्युचुअल फंड उद्योग में एक योजना है कैपिटल प्रोटेक्शन ओरियेंटेड स्कीम। जैसा कि नाम से जाहिर है, इसका मकसद पूंजी को सुरक्षित रखना है।


संरचना के लिहाज से देखें तो यह म्युचुअल फंडों की दूसरी फिक्स्ड मैच्योरिटी  योजना की जैसी ही है। निवेशकों के लिए संरचना की दृष्टि से समान लेकिनअलग-अलग नाम वाले ये दोनों फंड उलझन भरे हो सकते हैं।

यह जानना आवश्यक है कि इन दो फंडों में किस प्रकार की समानताएं और असमानताएं हैं। आइए हम दोनों फंडों की पेशकश का अलग-अलग विश्लेषण करके देखें।

फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान

फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान (एफएमपी) एक नियत कालिक ऋण फंड है जिसके परिपक्वता की एक निश्चित अवधि होती है। इनमें निवेश केवल नए फंड ऑफर के दौरान ही किया जा सकता है। एफएमपी कोष का एक छोटा हिस्सा इक्विटी में भी निवेश कर सकते हैं। इनका लक्ष्य होता है कि वे एक निश्चित रिटर्न दें।

निवेश के समय से लेकर परिपक्वता तक इनकी लॉक-इन अवधि होती है। यह बात तो स्पष्ट है कि बाजार से जुडे निवेश की वजह से प्रतिफल की न तो गारंटी दी जा सकती है और न ही निश्चित प्रतिफल की आशा की जा सकती है। इसलिए तय प्रतिफल में कमी या बढ़ोतरी, जो बाजार के उतार-चढ़ावों से होती है, की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

कैपिटल प्रोटेक्शन ओरियेंटेड स्कीम (सीपीओएस)

कैपिटल प्रोटेक्शन ओरियेंटेड स्कीम (सीपीओएस) नियत कालिक ऋण फंड (डेट फंड)है। इसका मुख्य उद्देश्य निवेश की गई पूंजी को सुरक्षित रखने का है। सबसे बड़ी बात तो यह कि इसमें पूंजी की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती है। इसकी पोर्टफोलियो रचना कुछ इस तरह की होती है कि निवेशकों को परिपक्वता के समय कम से कम निवेश की गई राशि वापस जरूर मिल जाए।

सीपीओएस एवं एफएमपी में समानताएं

एफएमपी और सीपीओएस संरचना की दृष्टि से एक-दूसरे के बराबर होते हैं। दोनों ही योजनाएं में यह कोशिश की जाती है कि ऋण (डेट) में निवेश कर स्थिरता बरकरार रखी जाए और इसमें इक्विटी की भी भूमिका हो। आम तौर पर ये फंड कोष का एक बड़ा हिस्सा (लगभग 80 प्रतिशत) डेट योजनाओं (ऋण उपकरणों) में एवं शेष (लगभग 20 प्रतिशत) इक्विटी में निवेश करते हैं।

पोर्टफोलियो इस प्रकार बनाया जाता है कि ऋण उपकरणों में निवेश की गई राशि, परिपक्वता के समय शुरूआती निवेश की राशि के लगभग बराबर होती है। उदाहरण के लिए 100 रुपये की राशि में से 80 रुपए कंपनी ऋण योजनाओं में निवेश करती है जो परिपक्वता के समय 100 रुपये के बराबर हो जाती है। इस प्रकार ऋण पोर्टफोलियो में किसी निवेशक द्वारा शुरू-शुरू में लगाए गए पैसे को सुरक्षित रखा जाता है वहीं इक्विटी पोर्टफोलियो (इस मामले में 20 रुपए ) का उपयोग मुनाफा देने के लिए किया जाता है।

एफएमपी और सीपीओएस में भिन्नताएं

एफएमपी एवं सीपीओएस में कुछ भिन्नताएं भी हैं। सीपीओएस पूंजी संरक्षण की तरफ ज्यादा ध्यान देते हैं। इसलिए इस योजना को परिभाषित करने वाली विशेषताएं भी पूंजी संरक्षण के लिए होती हैं।

जबकि एफएमपी रिटर्न देने वाले निवेश का विकल्प है और यह पूंजी सुरक्षित रखने की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देता है। ऐसे फंड का प्राथमिक लक्ष्य होता है ज्यादा रिटर्न देने का प्रयास करना।

सेबी के दिशानिर्देशों के मुताबिक सभी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सीपीओएस के प्रस्तावित पोर्टफोलियो की रेटिंग सेबी द्वारा पंजीकृत के्रडिट रेटिंग एजेंसी से करवाएं। इसके अलावा इस रेटिंग की तिमाही समीक्षा की जाती है और परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि पोर्टफोलियो में शामिल  ऋण योजनाओं की निवेश रेटिंग सबसे ऊंची  यानी एएए या पी 1 + जैसी जरूर हो।

एफएमपी शुरूआत में ही सबसे ऊंची रेटिंग वाली ऋण योजनाओं में निवेश करते हैं, हालांकि किन डेट योजनाओं में निवेश किया जाए, इसकी उन्हें इसका चुनाव करने की खुली छूट होती है। सीपीओएस की तरह ही एफएमपी के लिए भी यह आवश्यक है कि वे अपने पोर्टफोलियो की किसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी से रेटिंग कराएं।

सीपीओएस तय अवधि के होते हैं। इसमें से निवेशक बीच में ही अपना पैसा नहीं निकाल सकते। इसलिए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि सीपीओएस में तभी निवेश करें जब उनके पास फालतू पैसा हो और जिसे वे लंबे समय के लिए लगा सकते हों।

दूसरी तरफ एफएमपी के निवेशकों को यह विकल्प होता है कि वे  चाहें तो परिपक्वता से पहले ही वे अपना निवेश वापस ले सकते हैं। हालांकि परिपक्वता से पहले योजना से बाहर होने पर निकासी प्रभार लगाया जा सकता है। यह प्रभार फंड हाउस लगाते हैं।

निवेशक यह समझकर ज्यादा बेहतर निर्णय कर सकते हैं कि सीपीओएस एवं एफएमपी दोनों अलग-अलग प्रकार के निवेशकों के लिए है। वैसे निवेशक जो पूंजी की सुरक्षा को पूंजी वृद्धि की अपेक्षा ज्यादा तरजीह देते हैं सीपीओएस का चयन कर सकते हैं। दूसरी तरफ वैसे निवेशक जो एक निश्चित आय चाहते हैं, एफएमपी का चुनाव कर सकते हैं। निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे दोनों ही निवेश विकल्पों को ठीक से जान लें और उसके बाद अपनी जरूरत के अनुसार निवेश करें।

security and fixed return is possible of investment
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

पोलारिस स्मार्ट मीटरिंग ने जुटाए 10 करोड़ डॉलर

February 8, 2023 10:52 PM IST0
आज का अखबार

आरबीआई की रिटेल डिजिटल करेंसी में अब तक 7 लाख से ज्यादा लेनदेन

February 8, 2023 10:47 PM IST0
आज का अखबार

अदाणी के शेयरों में रही बढ़त, 10 में से सात शेयर बढ़त के साथ बंद हुए

February 8, 2023 10:00 PM IST0
कंपनियां

​स्थिर नकदी प्रवाह से अदाणी समूह को मिलेगी मदद, रेटिंग फर्मों ने जताया अनुमान

February 8, 2023 9:52 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

भारत ने बचाव उपकरण, राहत सामग्री, मेडिकल दल के साथ चार विमान तुर्किये भेजे

February 8, 2023 10:05 AM IST0
अंतरराष्ट्रीय

भारत में मुनाफे की दर दुनिया में सबसे बेहतरः PM मोदी

February 7, 2023 8:33 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

IPEF पर बातचीत का शुरू होगा दूसरा दौर

February 7, 2023 8:30 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

Turkey- Syria Earthquake : तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप में मौत का आंकड़ा 5 हजार के पार

February 7, 2023 2:31 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

Adani Group की बिजली आपूर्ति क्षमता पर संदेह नहींः बांग्लादेश

February 7, 2023 12:10 PM IST0
अन्य समाचार

सरकार ने गतिरोध खत्म करने के लिए प्रयास नहीं किया, डरी हुई है : कांग्रेस

February 7, 2023 10:45 AM IST0

Trending Topics


  • Rupee vs Dollar
  • Stock Market Update
  • RBI Repo Rate
  • Delhi Excise Policy Case
  • Stocks To Watch
  • Budget 2023 | Agriculture Sector
  • Old vs New Tax Regime
  • ONGC

सबकी नजर


प्रतिभूतियों को उधार देना, लेना संभव

February 8, 2023 11:30 PM IST

Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग पर केंद्र के सख्त कानून की जरूरत- आईटी मंत्री

February 8, 2023 11:29 PM IST

जीएसटी परिषद की बैठक में ऑनलाइन गेमिंग पर चर्चा की संभावना नहीं

February 8, 2023 11:27 PM IST

Budget 2023 : रक्षा बजट में स्पष्टता की दरकार दोधारी तलवार

February 8, 2023 11:27 PM IST

दुनिया में कम हुई है अनिश्चितता

February 8, 2023 11:26 PM IST

Latest News


  • प्रतिभूतियों को उधार देना, लेना संभव
    by भास्कर दत्ता
    February 8, 2023
  • Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग पर केंद्र के सख्त कानून की जरूरत- आईटी मंत्री
    by सौरभ लेले
    February 8, 2023
  • जीएसटी परिषद की बैठक में ऑनलाइन गेमिंग पर चर्चा की संभावना नहीं
    by श्रीमी चौधरी
    February 8, 2023
  • Budget 2023 : रक्षा बजट में स्पष्टता की दरकार दोधारी तलवार
    by अजय शुक्ला
    February 8, 2023
  • दुनिया में कम हुई है अनिश्चितता
    by अजय शाह
    February 8, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60663.79 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60664
3780.63%
निफ्टी60664
3780%
सीएनएक्स 50015028
1260.85%
रुपया-डॉलर82.64
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Adani Enterp.2158.6519.76
One 97677.6014.99
Zomato Ltd54.259.49
Symphony1047.308.47
Adani Ports599.458.34
PB Fintech.481.656.76
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Adani Enterp.2164.2520.04
One 97675.9514.84
Zomato Ltd54.3010.03
Symphony1047.858.56
Adani Ports599.258.33
PB Fintech.481.756.70
आगे पढ़े  

# TRENDING

Rupee vs DollarStock Market UpdateRBI Repo RateDelhi Excise Policy CaseStocks To WatchBudget 2023 | Agriculture SectorOld vs New Tax RegimeONGC
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us