निफ्टी आज 2860 के अहम सपोर्ट लेवल से नीचे बंद हुआ। इस कारण अब इसमें 2800 के स्तर तक करेक्शन की उम्मीद है।
विकल्प कारोबारी 2800 और 2900 के पुट पर खरीदारी और 2700 के भाव पर पुट राइटिंग करते दिखे। इससे लगता है कि उन्हें निफ्टी के 2800 के स्तर से नीचे जाने की संभावना दिख रही है, जहां उसे 2700 के आसपास सपोर्ट मिल सकता है।
आज कारोबारी 2900-3000 के भाव पर काल राइटिंग कर रहे थे जबकि 2800 के भाव पर कॉल विकल्प में खरीदारी कर इसकी हेजिंग की। हालांकि कुछ कारोबारी 2800 के भाव पर काल राइटिंग कर रहे थे।
उन्हें 2800 के सपोर्ट लेवल में दम नहीं नजर आ रहा है। निफ्टी के चैनल के भीतर कारोबार करने से तकनीकी विश्लेषक मान रहे हैं कि निफ्टी ओवरसोल्ड लेवल से वापसी कर सकता है। इसलिए निफ्टी को 2800-2850 के स्तर पर सपोर्ट बना रहा।
बाजार ने अच्छी शुरुआत की लेकिन बड़े शेयरों में हुई बिकवाली और आईटी व कंज्यूमर डयूरेबरल में आए बड़े करेक्शन के कारण वह सपोर्ट खो बैठा। बड़े शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, डीएलएफ, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस टेक्नोलॉजी, ओएनजीसी और स्टेट बैंक के शेयर शॉर्ट पोजीशन बनने से 3-5 फीसदी गिरे।
आज निफ्टी जहां 2860 के सपोर्ट लेवल से नीचे 2857 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी जनवरी फ्यूचर्स अहम सपोर्ट लेवल से ऊपर बंद हुआ, लेकिन इसका स्पॉट से प्रीमियम 20 अंकों से गिरकर 6 अंकों का ही रह गया।
निफ्टी जनवरी फ्यूचर्स ने कारोबारी सत्र के दौरान 24.9 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जोड़ा, लेकिन सेटलमेंट सत्र के दौरान उसका यह अधिकांश ओपन इंट्रेस्ट कम हो गया। इसकी वजह लांग पोजीशन अनवाइंड होना और ताजा लांग पोजीशन बनना रहा।
स्टॉक फ्यूचर्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज का जनवरी फ्यूचर्स शॉर्ट पोजीशन बनने और लांग पोजीशन अनवाइंड होने से अपने कारोबारी दिवस के सर्वोच्च स्तर से 5 फीसदी नीचे गिरकर बंद हुआ। कारोबारी 1200 के भाव पर पुट विकल्प में खरीदारी और 1260 के भाव पर कॉल राइटिंग करते दिखे।
अब उन्हें इसके 1260 रुपये से आगे जाने की संभावना कम ही दिख रही है, साथ ही वे मान रहे हैं कि यह 1200 से भी नीचे जा सकता है।