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मई में म्युचअल फंडों ने खाया 10,000 करोड़ रुपये का घाटा

Last Updated- December 07, 2022 | 5:42 AM IST

दुनिया भर में शेयर बाजारों में आई गिरावट तथा भारत में कंपनियों के खराब नतीजों के कारण कंपनियों के शेयर के दाम क्या गिरे, म्युचुअल फंड भी मार खा गए।


पिछले महीने यानी मई में म्युचुअल फंड की परिसंपत्ति में 10,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई। इन फंडों को यह चपत तब लगी जब उन्होंने टेक्नोलॉजी, टेलीकॉम, स्टील, फार्मा, शिपिंग और एफएमसीजी कंपनियों के शेयर खरीद कर अपना पोर्टफोलियो बदल लिया था।

इस पोर्टफोलियो से ऑटोमोबाइल, बैंक, वित्त, सीमेंट, निर्माण, तेल-खोज और रिफाइनरी कंपनियों के शेयर निकाल कर बेच दिए गए थे। असोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों से पता चलता है कि ग्रोथ फंड के 8,000 करोड़ रुपये घट गए जबकि बैलेंस्ड और ईएलएसएस में 2,000 करोड़ रुपये की कमी आई।

बैंकिंग, पावर, रिएल्टी और सरकारी कंपनियों के शेयरों में मई में खासी गिरावट आई। रिएल्टी शेयर सबसे ज्यादा गिरे और बीएसई रिएल्टी इंडेक्स 17.6 प्रतिशत लुढ़क गया। बैंकेक्स, पावर और पीएसयू इंडेक्स में पिछले माह 12 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। टेक्नोलॉजी क्षेत्र के शेयरों को कुछ राहत मिली। बीएसई टेक इंडेक्स रुपये में गिरावट की वजह से 9 फीसदी तक ऊपर चढ़ने में सफल रहा।

वहीं म्युचुअल फंड को मेटल, हेल्थकेयर और एफएमसीजी में बढ़त मिली। इन्होंने मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में प्रॉफिट बुक किया। पिछले महीने म्युचुअल फंडों ने आयडिया सेल्युलर में जमकर खरीदारी की। इसमें 6.5 करोड़ शेयर खरीदे गए। फंड हाउसों ने भारती एयरटेल में अपनी हिस्सेदारी 2.7 करोड़ शेयर, इन्फोसिस टेक्नोलॉजी में 2.3 करोड़ और टाटा कंसल्टेंसी (टीसीएस) में 2.1 करोड़ शेयर तक बढ़ाई।

इन फंडों ने टाटा केमिकल्स और रैनबैक्सी लेबोरेटरीज में भी एक करोड़ बड़े शेयरों की खरीद की। म्युचुअल फंडों ने निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैक जैसे दिग्गज बैंक में अपने 1.9 करोड़ शेयरों और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 1.5 करोड़ शेयरों को बेचा। इन फंडों ने दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन में भी 2.2 करोड शेयरों को निकाला और लार्सन ऐंड टुब्रो और बीएचईएल में भी 1.60 लाख शेयर बेचे।

डीएसपी मेरिल लिंच, रिलायंस और एचएसबीसी ने मई में अपने पोर्टफोलियो में जबर्दस्त बदलाव करते हुए कुल 46, 31 और 24 शेयरों को क्रमश: जोड़ा और उनसे बाहर हुए। एचडीएफसी और टाटा म्युचुअल फंड ने महीने के दौरान मामूली बदलाव किया और कुल  4 शेयरों को क्रमश: पोर्टफोलियो में शामिल किया और उनसे बाहर हुए।

First Published - June 15, 2008 | 11:02 PM IST

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