बाजार में जोखिम के बीच दो इक्विटी फंड श्रेणियों स्मॉलकैप और आर्बिट्राज ने हाल के वर्षों में सर्वाधिक शुद्ध पूंजी प्रवाह प्राप्त करने के मामले में मई में रिकॉर्ड बनाया।
मई में स्मॉलकैप योजनाओं में 3,280 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह दर्ज किया गया, जो म्यूचुअल फंड (MF) इंडस्ट्री द्वारा अप्रैल 2019 से फंड-वार पूंजी प्रवाह संबंधित आंकड़े जारी किए जाने के बाद से इस श्रेणी में सर्वाधिक था। आर्बिट्राज योजनाओं ने 6,640 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह आकर्षित किया, जो जुलाई 2021 के बाद से सर्वाधिक है।
विश्लेषकों का मानना है कि खासकर इस धारणा की वजह से स्मॉलकैप योजनाओं में पूंजी प्रवाह पिछले 6 महीनों के दौरान तेजी से बढ़ा है कि स्मॉलकैप सेगमेंट में मूल्यांकन बेहतर है। भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (Amfi) के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) एन एस वेंकटेश ने शुक्रवार को MF पूंजी प्रवाह का आंकड़ा जारी करते हुए कहा, ‘निवेशक गिरावट के दौरान कीमतों में बड़ी कमजोरी के बाद स्मॉलकैप सेगमेंट में संभावनाएं देख रहे हैं। वे म्युचुअल फंडों के जरिये तेजी का लाभ उठाना चाहते हैं।’
निप्पॉन इंडिया म्युचुअल फंड में मुख्य व्यावसायिक अधिकारी सौगत चटर्जी ने कहा, ‘स्मॉलकैप फंडों से जुड़े निवेशक दीर्घावधि नजरिया रखते हैं और इनमें ज्यादातर निवेश प्रवाह SIP के जरिये आता है। इन योजनाओं ने हाल के समय में अच्छा प्रदर्शन किया है और इसलिए इनका आकर्षण बना हुआ है। इनमें निवेशकों की संख्या भी बढ़ी है। चूंकि मूल्यांकन अपने ऊंचे स्तरों के मुकाबले काफी नीचे हैं, इसलिए मूल्य के प्रति सजग निवेशक आगे आ रहे हैं।’
पिछले 6 महीनों (दिसंबर 2022 से मई 2023) में, स्मॉलकैप फंडों ने 14,640 करोड़ रुपये का पूंजी प्रवाह आकर्षित किया। तुलनात्मक तौर पर, दो बेहद लोकप्रिय इक्विटी एमएफ पेशकशों – लार्जकैप फंड और फ्लेक्सीकैप फंडों ने सिर्फ 645 करोड़ रुपये और 4,500 करोड़ रुपये आकर्षित किए।
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कैलेंडर वर्ष 2023 के पहले तीन महीनों के दौरान निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक में बड़ी गिरावट आई थी और यह सूचकांक मार्च 2023 के अंत में सर्वाधिक ऊंचे स्तर से 28 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा था। तब से यह सुधरकर 10,533 पर पहुंचा है और अपने सर्वाधिक ऊंचे स्तरों से सिर्फ13 प्रतिशत दूर है।
FYERS में शोध उपाध्यक्ष गोपाल कवलीरेड्डी ने कहा, ‘लार्जकैप शेयरों के मुकाबले मूल्यांकन अंतर निवेशकों को मिडकैप और स्मॉलकैप के चयन में मददगार बना हुआ है। साल में अब तक (YTD) आधार पर, निफ्टी मिडकैप सूचकांक (9 प्रतिशत) और निफ्टी स्मॉलकैप सूचकांक (8.3 प्रतिशत) ने निफ्टी-50 (2.74 प्रतिशत) या निफ्टी जूनियर (1.62 प्रतिशत) के मुकाबले बेहतर प्रतिफल दिया है।’
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कम जोखिम वाले आर्बिट्राज फंडों का आकर्षण चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने में बढ़ा, क्योंकि ये कराधान में बदलाव के बाद डेट फंडों के विकल्प के तौर पर लोकप्रिय हुए हैं। पिछले दो महीनों में, निवेशकों ने इन योजनाओं में 10,360 करोड़ रुपये का निवेश किया। आर्बिट्राज फंडों में निवेशकों की दिलचस्पी इनके सुधरते प्रदर्शन की वजह से भी बढ़ी है।