Mobikwik IPO : फिनटेक दिग्गज मोबिक्विक ने इस साल अपने आईपीओ का आकार घटाकर 700 करोड़ रुपये कर दिया जबकि साल 2021 में उसने आईपीओ के जरिये 1,900 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी। कंपनी ने 700 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास विवरणिका का मसौदा फिर से जमा कराया है।
गुरुग्राम की कंपनी ने कहा कि जुटाई जाने वाली कुल रकम में से 250 करोड़ रुपये फाइनैंशियल ऐंड पेमेंट सर्विसेज बिजनेस में लगाएगी जबकि 135 करोड़ रुपये का निवेश एआई, मशीन लर्निंग, प्रॉडक्ट ऐंड टेक्नोलॉजी में किया जाएगा। करीब 70 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पेमेंट डिवाइसेस बिजनेस में पूंजीगत खर्च के तौर पर और कंपनी के सामान्य कामकाज में होगा।
मोबिक्विक के विवरणिका मसौदे (डीआरएचपी) में कहा गया है कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम में 700 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे, जो 2 रुपये प्रति शेयर के सममूल्य वाले होंगे। इसमें ओएफएस का हिस्सा नहीं होगा। कंपनी 140 करोड़ रुपये के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर भी विचार कर सकती है।
सितंबर 2023 में बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कंपनी की सह-संस्थापक व मुख्य परिचालन अधिकारी उपासना टाकू ने कहा था कि कंपनी ने बाजार के कमजोर हालात को देखते हुए आईपीओ लाने की योजना वापस ले ली थी।
Also read: एक या दो नहीं 10 टुकड़ों में बंटा Nestle India का शेयर, कभी होता था भारत का छठा सबसे महंगा स्टॉक
टाकू ने पिछले साल कहा था, कि पिछला आईपीओ सेबी से मंजूरी में सबसे आखिर में थे। हमसे पहले कई आईपीओ थे। कंपनी ने लगातार दो तिमाहियों में लाभ अर्जित किया है और वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में उसका कर पश्चात लाभ 5 करोड़ रुपये रहा जबकि पहली तिमाही में 3 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में 17.5 फीसदी बढ़कर 208 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 177 करोड़ रुपये रहा था। पहली तिमाही (वित्त वर्ष 24) में कंपनी ने कहा था कि राजस्व तिमाही आधार पर 68 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 177 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। परिणामस्वरूप 30 सितंबर, 2023 को समाप्त छह महीने की अवधि में कंपनी का परिचालन राजस्व 381.09 करोड़ रुपये और मुनाफा 9.48 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी भुगतान व वित्तीय सेवों मसलन ऑनलाइन चेकआउट, क्विक क्यूआर स्कैन ऐंड पे, मोबिक्विक वाइब (साउंडबॉक्स) और मर्चेंट कैश एडवांस आदि वित्तीय योजनाओं की पेशकश करती है। कंपनी का दावा है कि 30 सितंबर, 2023 तक उसके पास 14.69 करोड़ यूजर का आधार था और 38.1 लाख मर्चेंट ऑनलाइन व ऑफलाइन पेमेंट का इस्तेमाल करते थे।