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एक्सचेंजों पर मिड व स्मॉल कैप आईटी कंपनियों का जलवा

Last Updated- December 12, 2022 | 2:41 AM IST

मिडकैप व स्मॉलकैप शेयरों की तेजी अब आईटी शेयरों की ओर भी बढ़ गई है। छोटे व मझोले आईटी शेयर अब पांच बड़ी आईटी दिग्गज कंपनियों के मुकाबले करीब 25 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रही हैं। अन्यथा इनका कारोबार बड़ी कंपनियों के मुकाबले छूट पर होता रहा है। छोटी आईटी कंपनियों का पीई गुणक करीब 38 गुना है जबकि पांच बड़ी आईटी कंपनियों का करीब 31 गुना। यह पिछले साल से उलट है जब छोटी व मझोली आईटी कंपनियों के शेयर मार्च 2020 के आखिर में 13.3 गुने पीई पर कारोबार कर रहे थे, वहीं लार्जकैप का पीई गुणक 18.9 था।
 
मिडकैप आईटी कंपनियों मसलन एलऐंडटी इन्फोटेक, माइंडट्री, एम्फैसिस, एलऐंडटी टेक्नोलॉजी, परसिस्टेंट सिस्टम्स, कोफोर्ज और टाटा एलेक्सी जैसे शेयरों की कीमतें और बाजार पूंजीकरण में तेज बढ़ोतरी के कारण बड़ी कंपनियों के मुकाबले इनका प्रीमियम बढ़ा है। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों को उïम्मीद है कि छोटी कंपनियां आय में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज करेंगी। नारनोलिया सिक्योरिटीज के मुख्य निवेश अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने कहा, ज्यादातर निवेशकों को उम्मीद है कि मिड व स्मॉलकैप आईटी कंपनियां अगले दो-तीन साल में बड़ी आईटी फर्मों के मुकाबले तेज गति से आय व राजस्व में बढ़ोतरी दर्ज करेंगी।
 
उनके मुताबिक, छोटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2020-21 में मार्जिन में बेहतर विस्तार दर्ज किया, जिसकी वजह बड़ी कंपनियों के मुकाबले प्रभावी लागत नियंत्रण है। मिड व स्मॉलकैप में तेजी की एक वजह खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी है। इक्विनॉमिक्स रिसर्च ऐंड एडवाइजरी सर्विसेज के संस्थापक व प्रबंध निदेशक जी चोकालिंगम ने कहा, इक्विटी बाजारों में रिकॉर्ड इक्विटी निवेशकों ने प्रवेश किया है और वे मोटे तौर पर मिड व आईटी फर्मों में निवेश करते हैं।
 
चोकालिंगम ने यह भी कहा कि इसकी एक वजह मिड व आईटी फर्मों का संभावित अधिग्रहण भी है। उन्होंने कहा, कई छोटी आईटी कंपनियां संभावित तौर पर अधिग्रहण की लक्ष्य हैं, जो उनका मूल्यांकन बढ़ा रहा है। छोटी व मझोली आईटी कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण मार्च 2020 के बाद से करीब 4 गुना बढ़ा है जबकि लार्जकैप आईटी कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 84 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
 
ऐसी छोटी फर्मों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण बुधवार को 4.34 लाख करोड़ रुपये था, जबकि मार्च 2020 के आखिर में यह 1.14 लाख करोड़ रुपये और दिसंबर 2020 के आखिर में 2.85 लाख करोड़ रुपये। इसकी तुलना में लार्जकैप आईटी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण मार्च 2020 के 13.8 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर बुधवार को 25.4 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा। यह विश्लेषण बीएसई 500 इंडेक्स में शामिल 26 आईटी फर्मों के तिमाही के आखिर के आंकड़े और ताजा बाजार पूंजीकरण व आय पर आधारित है। बुधवार को 26 आईटी फर्मों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण करीब 30 लाख करोड़ रुपये था। बेंचमार्क इंडेक्स में पांच अग्रणी फर्मों टीसीएस, इन्फोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक और टेक महिंंद्रा शामिल हैं। बाकी मिड व स्मॉलकैप कंपनियां हैं। पांच बड़ी कंपनियों का उद्योग के संयुक्त बाजार पूंजीकरण में करीब 85 फीसदी योगदान है जबकि राजस्व में करीब 90 फीसदी।

First Published - July 16, 2021 | 6:07 PM IST

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