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Q4 में तगड़ी कमाई के बाद ब्रोकरेज बोले – खरीद लो ये 3 Pharma Stocks! 34% तक जबरदस्त रिटर्न का अनुमान

तीनों कंपनियों के ताजा तिमाही नतीजे (Q4 results) मजबूत रहे हैं और भविष्य की रणनीतियां ग्रोथ पर केंद्रित हैं।

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देवव्रत बाजपेयी   
Last Updated- May 16, 2025 | 12:02 PM IST

शेयर बाजार में दवा कंपनियों को लेकर एक बार फिर दिलचस्पी बढ़ी है। तीन अलग-अलग ब्रोकरेज फर्मों, नुवामा, सेंट्रम और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज़ ने लुपिन, जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स और पिरामल फार्मा पर भरोसा जताते हुए इन पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। ताजा तिमाही नतीजों में तीनों कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहा है और इनकी लॉन्गटर्म रणनीतियां ग्रोथ और इनोवेशन पर फोकस्ड हैं। ब्रोकरेज हाउस मानते हैं कि इन दवा कंपनियों के शेयर लॉन्ग टर्म में निवेशकों को बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।

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लुपिन: अमेरिकी बाजार से मिल सकती है बड़ी उड़ान

नुवामा की रिपोर्ट में कहा गया है कि लुपिन के चौथी तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीद से बेहतर रहे। कंपनी की आमदनी सालाना आधार पर 14% बढ़कर ₹5,670 करोड़ रही। ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) 33% बढ़कर ₹1,320 करोड़ और शुद्ध मुनाफा 70% बढ़कर ₹860 करोड़ पहुंचा। हालांकि कंपनी ने रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) पर ₹530 करोड़ खर्च किया, जिससे मार्जिन में और इजाफा सीमित रह गया।

अमेरिका में जेनरिक दवाओं से नए मौके

कंपनी ने अमेरिका में gJynarque और gXarelto जैसी दवाओं के लॉन्च की तैयारी की है, जिनसे FY26 में USD 160 मिलियन और USD 60 मिलियन की बिक्री की उम्मीद है। इसके अलावा, gMyrbetriq और gSpiriva जैसे प्रमुख जेनरिक उत्पादों की मांग भी बनी रहेगी। FY25 में लुपिन का नॉर्थ अमेरिका से राजस्व USD 925 मिलियन रहा और कंपनी का मानना है कि USD 250 मिलियन की बेस आमदनी अब स्थायी रूप से बनी रहेगी।

कॉम्प्लेक्स जेनरिक दवाओं पर ध्यान

लुपिन आने वाले सालों में कॉम्प्लेक्स जेनरिक दवाओं पर फोकस करेगी। अमेरिका में FY25 में ऐसे उत्पादों की हिस्सेदारी 34% थी, जो FY30 तक 55% तक पहुंच सकती है। यूरोप में यह आंकड़ा 9% से बढ़कर 67% हो सकता है। कंपनी को भरोसा है कि अमेरिका में संभावित टैरिफ (कर) का असर जेनरिक दवाओं पर नहीं पड़ेगा। इसी के आधार पर नुवामा ने लुपिन पर ‘BUY’ की रेटिंग बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस ₹2,530 तय किया है। अभी इसका शेयर प्राइस 2065 रुपये पर है। इस लिहाज ये 22% का संभावित रिटर्न दे सकता है।

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जेबी केमिकल्स: घरेलू ब्रांड्स और एक्सपोर्ट से ग्रोथ की मजबूत कहानी

सेंट्रम की रिपोर्ट के अनुसार, जेबी केमिकल्स की चौथी तिमाही की आमदनी ₹950 करोड़ रही जो सालाना आधार पर 10% की बढ़ोतरी है। ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) 14% बढ़कर ₹230 करोड़ हुआ और मार्जिन 23.8% रहा। ESOP खर्च हटाने के बाद EBITDA मार्जिन 25.3% तक पहुंच गया। शुद्ध मुनाफा 15% बढ़कर ₹150 करोड़ रहा।

DF और CDMO से आएगा असली ग्रोथ

कंपनी का डोमेस्टिक फार्मा (DF) कारोबार 12% की ग्रोथ के साथ ₹520 करोड़ तक पहुंचा। खास बात यह रही कि क्रॉनिक और एक्यूट सेगमेंट दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया। कंपनी ने बताया कि इसके प्रमुख ब्रांड्स ने इंडियन फार्मा मार्केट (IPM) को लगातार पीछे छोड़ा है। FY25 में प्रति डॉक्टर बिक्री (PCPM) ₹0.8 लाख रही, जो FY21 में ₹0.46 लाख थी।

CDMO (दूसरी कंपनियों के लिए दवा बनाना) में 18% की तेज ग्रोथ दिखी, और इसके FY27 तक ₹800 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। इंटरनेशनल फॉर्मुलेशंस में रूस और ब्रांडेड जेनरिक दवाओं की वजह से 6% की ग्रोथ देखी गई।

FY28 से और बढ़ेगा मुनाफा

FY28 से कंपनी के नेत्र रोग (Ophthalmology) से जुड़े सभी उत्पाद जेबी केमिकल्स में एकीकृत हो जाएंगे, जिससे मुनाफा और बढ़ने की संभावना है। FY25 से FY27 के बीच कंपनी की आय, EBITDA और प्रति शेयर आय में क्रमशः 12%, 17% और 20% की ग्रोथ का अनुमान है। EBITDA मार्जिन FY27 तक 28.6% तक जा सकता है। इसी आधार पर सेंट्रम ने जेबी केमिकल्स के लिए ₹2,160 का टारगेट प्राइस तय किया है। अभी कंपनी का शेयर 1,630.10 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। इस लिहाज से इसमें 33% का संभावित रिटर्न मिल सकता है।

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Piramal Pharma: FY27 में दिखेगी बड़ी रिकवरी, टारगेट ₹280

Piramal Pharma की मार्च तिमाही (Q4FY25) की परफॉर्मेंस उतनी मज़बूत नहीं रही जितनी उम्मीद थी। ICICI सिक्योरिटीज़ की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के CDMO (Contract Development and Manufacturing Organisation) और Complex Hospital Generics (CHG) सेगमेंट में ग्रोथ धीमी रही, जिससे प्रॉफिट मार्जिन पर दबाव पड़ा।

तिमाही रेवेन्यू 8% बढ़कर ₹2,750 करोड़ रहा और प्रॉफिट 34% बढ़कर ₹150 करोड़ पहुंचा, लेकिन EBITDA मार्जिन घटकर 20.4% रह गया, जो खर्चे बढ़ने का नतीजा है। खासकर कर्मचारियों की सैलरी और ऑपरेशनल लागत में तेज़ बढ़ोतरी हुई। Piramal अब अपने CDMO बिज़नेस को डाइवर्सिफाई करने में जुटी है। अमेरिका के Lexington प्लांट की क्षमता को दोगुना करने और Riverview यूनिट में नई टेक्नोलॉजी लाने के लिए कंपनी 90 मिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। भारत में भी दो नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट शुरू किए गए हैं जिनसे CHG बिज़नेस को मजबूती मिलेगी।

FY26 में सीमित ग्रोथ, FY27 में दिखेगा असली असर

मैनेजमेंट के अनुसार, FY26 में रेवेन्यू में सिर्फ मिड-सिंगल डिजिट (5-7%) की ग्रोथ और मार्जिन में मिड-टीन्स (13-15%) की ग्रोथ हो सकती है, लेकिन FY27 से CDMO और CHG दोनों में तेज़ रिकवरी की उम्मीद है। कंपनी को उम्मीद है कि बायोटेक फंडिंग में सुधार और इनोवेशन वाले ऑर्डर्स से CDMO सेगमेंट में FY25-27 के बीच 11% की ग्रोथ हो सकती है।

India Consumer Healthcare (ICH) सेगमेंट Q4 में सबसे तेज़ बढ़ा – 15% की ग्रोथ के साथ ₹270 करोड़ का रेवेन्यू रहा। पावर ब्रांड्स ने 22% की ग्रोथ दिखाई और FY25 में कंपनी ने 21 नए प्रोडक्ट्स लॉन्च किए। यह सेगमेंट अब कंपनी के लिए भविष्य की ग्रोथ का बड़ा जरिया बन सकता है।

भले ही CDMO में फिलहाल सुस्ती है, लेकिन Piramal Pharma की लॉन्ग टर्म रणनीति मज़बूत मानी जा रही है। ICICI सिक्योरिटीज़ ने FY26 और FY27 के प्रॉफिट अनुमान थोड़ा घटाए हैं, लेकिन कंपनी की FY30 तक की ग्रोथ रणनीति को ध्यान में रखते हुए BUY रेटिंग को बरकरार रखा है और ₹280 का टारगेट प्राइस दिया है, जो अभी के शेयर प्राइस ₹209 के मुकाबले 34% की बढ़त दिखाता है।

डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

First Published : May 16, 2025 | 11:41 AM IST