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आजकल शहरों में ट्रैफिक नियमों की निगरानी AI और हाई-डेफिनिशन कैमरों से होती है। रेड लाइट तोड़ना, तेज रफ्तार या हेलमेट न पहनना जैसी छोटी-छोटी गलतियों पर भी आपका वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर लिंक करके ई-चालान बन सकता है।
अगर आपको लगता है कि आपने अनजाने में कोई ट्रैफिक नियम तोड़ा है, तो आप आसानी से पता कर सकते हैं कि आपके खिलाफ कोई चालान जारी हुआ है या नहीं।
ई-चालान क्या है?
ई-चालान एक कंप्यूटर जनरेटेड जुर्माना है जो ट्रैफिक नियम उल्लंघन पर जारी होता है। यह या तो AI कैमरों/निगरानी सिस्टम से खुद ही बन जाता है, या फिर पुलिस ऑफिसर अपने हैंडहेल्ड डिवाइस से दर्ज करता है। चालान का विवरण केंद्रीय डेटाबेस में सेव होता है और आपके वाहन नंबर और ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ जाता है।
परीवाहन पोर्टल से चालान कैसे चेक करें:
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के Parivahan पोर्टल से आप अपने चालान की जानकारी मिनटों में देख सकते हैं:
अगर उपलब्ध हो तो आप उल्लंघन की तस्वीर या वीडियो भी देख सकते हैं और चालान ऑनलाइन डेबिट/क्रेडिट कार्ड, UPI या नेट बैंकिंग से चुका सकते हैं।
अन्य तरीके:
कई राज्यों जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र और तेलंगाना के ट्रैफिक विभाग अपने पोर्टल और ऐप से भी ई-चालान चेक करने की सुविधा देते हैं। कुछ डिजिटल वॉलेट और ट्रांसपोर्ट ऐप्स में भी Parivahan का इंटीग्रेशन है, जिससे आप आसानी से चालान चेक और पे कर सकते हैं।
नियमित जांच क्यों जरूरी है:
ई-चालान को नजरअंदाज करने पर अतिरिक्त जुर्माना, नोटिस या वाहन दस्तावेज़ जैसे इंश्योरेंस या रजिस्ट्रेशन रिन्यू करने में परेशानी हो सकती है। इसलिए लंबी ड्राइव, रोजमर्रा की सिटी कम्यूट या वाहन बेचने से पहले चालान स्टेटस चेक करना हमेशा फायदेमंद रहता है।