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Stock Market Update: शेयर बाजार में शुक्रवार को हल्की गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 245.55 अंक या 0.30% की गिरावट के साथ 82,285.19 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, एनएसई निफ्टी 77.7 अंक या 0.31% गिरकर 24,984.4 पर आ गया।
सेक्टोरल और मिड-स्मॉल कैप प्रदर्शन
सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 1% से ज्यादा की तेजी रही। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अच्छा प्रदर्शन देखा गया। बीएसई मिडकैप 0.63% और बीएसई स्मॉलकैप 0.75% की बढ़त के साथ ट्रेड करते दिखे।
कंपनी स्तर पर कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में जोरदार उछाल देखा गया। इसके शेयर चौथी तिमाही के नतीजों के बाद 12% तक चढ़ गए।
Opening Bell: शेयर बाजार की शुरुआत शुक्रवार को कमजोरी के साथ हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 200 से ज्यादा अंक टूट गया और 82,350 के नीचे आ गया।
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 50 भी 40 अंक से ज्यादा गिरा, लेकिन यह अब भी 25,000 के स्तर पर टिकने में कामयाब रहा।
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में बढ़त
शुक्रवार को बाजार खुलने के बाद ब्रॉडर मार्केट इंडेक्स में तेजी देखने को मिली। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.48 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। इससे निवेशकों में सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है।
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और लूज़र्स
शेयर बाजार में आज हलचल देखने को मिली। सेंसेक्स में बजाज फिनसर्व, ईटरनल और बजाज फाइनेंस टॉप प्रॉफिट कमाने वाले शेयरों में शामिल रहे। वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक और एसबीआई को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ।
आज के कारोबारी सत्र में निवेशकों की नज़र इन प्रमुख शेयरों पर टिकी रही। कुछ कंपनियों के शेयरों में तेज़ी रही, तो कुछ को गिरावट का सामना करना पड़ा।
कैसी रहेगी आज बाजार की चाल?
भारतीय शेयर बाजारों के लिए शुक्रवार को कई कारक मिलकर अहम भूमिका निभा सकते हैं। भारी विदेशी निवेश (FII), अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर टिप्पणी, चौथी तिमाही के नतीजे और वैश्विक संकेत—इन सभी का असर निफ्टी50 और सेंसेक्स की चाल पर देखा जा सकता है।
सुबह 6:30 बजे GIFT निफ्टी वायदा 141 अंकों की बढ़त के साथ 25,220 पर ट्रेड करता दिखा, जो भारतीय बाजारों में मजबूती के साथ शुरुआत का संकेत दे रहा है।
एशिया के बाजारों में निवेशकों की नजर जापान की GDP रिपोर्ट और अन्य आर्थिक आंकड़ों पर है। जापान का निक्केई इंडेक्स 0.5% गिरा जबकि टॉपिक्स इंडेक्स में 0.2% की कमजोरी देखी गई। जापान की अर्थव्यवस्था इस साल की पहली तिमाही में 0.2% घटी, जबकि पूर्वानुमान 0.1% गिरावट का था। इस कमजोर आंकड़े से अमेरिका के साथ चल रही व्यापार बातचीत और जटिल हो सकती है।
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 इंडेक्स 0.8% चढ़ा, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक मामूली तेजी के साथ सपाट रहा। निवेशक अब हांगकांग और मलेशिया की GDP रिपोर्ट्स का इंतजार कर रहे हैं।
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अमेरिका के S&P 500 इंडेक्स ने लगातार चौथे दिन तेजी दिखाई और 0.41% चढ़ा। यह तेजी अमेरिका और चीन के बीच अस्थायी टैरिफ कटौती के समझौते की उम्मीद से आई। डॉव जोंस 0.65% उछला, हालांकि नैस्डैक 0.18% गिर गया।
भारत का मर्चेंडाइज ट्रेड डेफिसिट अप्रैल में बढ़कर $26.42 अरब हो गया, जो मार्च में $21.5 अरब था। अप्रैल में एक्सपोर्ट्स में 9% की सालाना बढ़त हुई, लेकिन इम्पोर्ट्स में भारी उछाल देखा गया। यह इम्पोर्ट्स का तीसरा सबसे बड़ा आंकड़ा रहा, जो वैश्विक व्यापार पर ट्रंप के टैरिफ प्रभाव को दर्शाता है।
भारतीय शेयर बाजारों ने 15 मई, गुरुवार के दिन की गिरावट से जोरदार वापसी करते हुए शानदार बढ़त दर्ज की। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद कि भारत ने अमेरिका को शून्य-टैरिफ व्यापार समझौते की पेशकश की, बाजार में उत्साह देखा गया। इस खबर के चलते निवेशकों का भरोसा बढ़ा और बाजार में करीब 1.5% की तेजी आई।
बाजार के 13 प्रमुख सेक्टर्स में से 12 सेक्टर्स में बढ़त देखी गई। खासकर फाइनेंशियल सेक्टर में 1.5% और आईटी सेक्टर में 2% की तेजी दर्ज की गई, जिससे बाजार को मजबूत सहारा मिला।
बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 81,354.43 अंक पर खुला और कारोबार के दौरान 82,718.14 अंक तक पहुंचा। दिन के अंत में यह 1,200.18 अंक या 1.48% की मजबूती के साथ 82,530.74 पर बंद हुआ।
वहीं, एनएसई निफ्टी-50 भी मजबूत रहा। यह दिन के दौरान 25,116.25 अंक के उच्चतम स्तर तक गया और अंत में 395.20 अंक या 1.60% की तेजी के साथ 25,062.10 पर बंद हुआ।