इंजीनियरिंग क्षेत्र की बड़ी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो के मार्च 2008 की तिमाही के परिणाम बाजार को आश्चर्यचकित करने वाले रहे।
कंपनी ने मार्च की तिमाही में टॉपलाइन बढ़त में 36 फीसदी की जोरदार वृध्दि दर्ज की। हालांकि कि कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 13.2 फीसदी के स्तर पर सपाट रहा।
अगर कंपनी के सालाना प्रदर्शन पर गौर किया जाए तो कंपनी के प्रॉफिट मार्जिन में एक फीसदी का सुधार आया और यह 11.3 फीसदी केस्तर पर पहुंच गया। कंपनी के सालाना राजस्व में भी 41 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई और कंपनी का राजस्व 24,855 करोड़ के स्तर पर जा पहुंचा।
कंपनी की इस जोरदार बढ़त की वजह कंपनी को अच्छी खासी संख्या में इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्सन प्रोजेक्ट मिलना रहा। कंपनी के राजस्व में 75 फीसदी हिस्सेदारी इन्ही क्षेत्रों की है। इन क्षेत्रों में कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन में 12 फीसदी की बढ़त देखी गई। कंपनी ने इस वित्तीय वर्ष का अंत कुल लाभ में 55 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ किया और कंपनी का कुल लाभ इस वित्त्तीय वर्ष में 2,173 करोड़ रुपए रहा।
बुधवार को हुए कारोबार में कंपनी के स्टॉक में 6.6 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई। कंपनी केलिए खुशी की बात यह भी रही कि मार्च की तिमाही के दौरान कंपनी की ऑर्डर बुक में 38 फीसदी का इजाफा देखा गया। इस समय कंपनी के पास लगभग 53,000 करोड़ के कांट्रेक्ट हैं। इसकेअतिरिक्त कंपनी के प्रबंधन को विश्वास है कि कंपनी को ऑर्डर का मिलना जारी रहना चाहिए और मार्च 2009 तक इसमें 10,000 करोड़ रुपए और जुड़ना चाहिए।
कंपनी का प्रबंधन अर्थव्यवस्था में चल रही मंदी से भी चिंतित नही है और उन्हें विश्वास है कि कंपनी अपनी 35 से 40 फीसदी की टॉपलाइन बढ़त को बरकरार रखेगी। कंपनी को अगले दो-तीन सालों तक किसी भी समस्या में नही पड़ना चाहिए। कंपनी के इतने आत्मविश्वास की वजह उसे मिलने वाले ऑर्डर हैं जो उसकी 18 महीनों की बिक्री के बराबर हैं।
कंपनी के वर्तमान में 15 सेक्टर के ठेके हैं जिनमें ऊर्जा और आधारभूत संरचना जैसे सेक्टर भी शामिल हैं।कंपनी की स्टैंड एलोन आय इस समय 72.76 रुपए केस्तर पर है और वित्त्तीय वर्ष 2009 में उसमें 30 से 36 फीसदी की वृध्दि होने के आसार हैं और यह तब करीब 97 से 98 रुपए के स्तर पर होगी। कंपनी की टॉपलाइन बढ़त में वृध्दि जारी रहनी चाहिए और इसके 30 फीसदी बढ़कर 32,300 करोड़ के स्तर तक पहुंचने के आसार हैं।
साल 2008 की शुरुआत से कंपनी के स्टॉक में 35 फीसदी तक की कमी आई है जबकि सेसेंक्स में 19 फीसदी की गिरावट देखी गई। मौजूदा बाजार मूल्य 2,889 रुपए पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से 28 से 29 गुना के स्तर पर हो रहा है। इसकेआगे भी महंगा रहने के आसार हैं।