L&T FINANCE ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (Q1FY26) में मजबूत प्रदर्शन किया है। कंपनी ने अच्छे मुनाफे के साथ-साथ ऋण वितरण (लोन डिलीवरी) में भी बढ़ोतरी दर्ज की है। इस प्रदर्शन को लेकर देश की दो बड़ी ब्रोकरेज कंपनियों- ICICI सिक्योरिटीज और नुवामा ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। दोनों की राय में कंपनी ने चुनौतियों के बीच अच्छा काम किया है, लेकिन अब निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
ICICI सिक्योरिटीज ने एलएंडटी फाइनेंस की रेटिंग को ‘BUY से घटाकर ADD’ कर दिया है। यानी अब कंपनी में नई खरीदारी की सलाह नहीं दी जा रही, बल्कि जिनके पास पहले से शेयर हैं, उन्हें होल्ड करने की राय है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने ₹701 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया है, जो पिछली तिमाही से 10% और सालाना आधार पर 2% ज्यादा है। इसके साथ ही कंपनी का रिटर्न ऑन एसेट (RoA) 2.4% और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 11% रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष के स्तर के आसपास है।
कर्नाटक सरकार की नई गाइडलाइन के कारण कंपनी को माइक्रो फाइनेंस लोन (MFI) में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन कंपनी ने पहले से बनाए गए ₹300 करोड़ के प्रावधान (प्रोविजन) का इस्तेमाल करके घाटे को संभाल लिया। इस तरह के एहतियाती इंतजाम ने कंपनी के मुनाफे को सुरक्षित रखा है। कंपनी को पहली बार अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी S&P और Fitch से इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग भी मिली है, जो एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले 3 से 6 महीनों में स्टॉक में 24% से 42% तक की तेज़ी आ चुकी है, जिससे अब इसमें आगे बहुत ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं है। स्टॉक इस समय अपने 10 साल के औसत मूल्यांकन से करीब 5% ऊपर ट्रेड कर रहा है। इसी वजह से ICICI सिक्योरिटीज ने टारगेट प्राइस को ₹225 पर बरकरार रखते हुए रेटिंग को डाउनग्रेड किया है।
वहीं दूसरी ओर, ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने एलएंडटी फाइनेंस पर अपनी BUY रेटिंग बरकरार रखी है और शेयर का नया टारगेट ₹240 तय किया है, जो पहले ₹195 था। नुवामा का कहना है कि कंपनी की ग्रोथ रफ्तार में अब तेजी आ रही है। पहली तिमाही में लोन बुक में 5% की वृद्धि हुई है, वहीं नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी बढ़कर 8.24% हो गया है। साथ ही, क्रेडिट कॉस्ट यानी बुरा कर्ज देने की लागत घटकर 3.3% रह गई है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अब कंपनी का फोकस ‘प्राइम कस्टमर्स’ यानी भरोसेमंद ग्राहकों पर है। इस वजह से दोपहिया लोन का 83% हिस्सा अब प्राइम सेगमेंट से आ रहा है, जो पिछले तिमाही में सिर्फ 53% था। यह बदलाव कंपनी के जोखिम को कम करेगा और मुनाफे को स्थिर बनाएगा। नुवामा का मानना है कि एलएंडटी फाइनेंस का डिजिटल प्लेटफॉर्म भी काफी मजबूत बन रहा है, जिससे कंपनी को आने वाले समय में ज्यादा और अच्छे ग्राहक मिल सकते हैं। MFI क्षेत्र में कर्नाटक जैसी दिक्कतें भी सितंबर-अक्टूबर तक सामान्य होने की उम्मीद है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।