अमेरिका की हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ने सेबी के 3 जुलाई के आदेश पर जवाब के लिए बाजार नियामक से और समय मांगा है। अंतरिम आदेश में लगाए गए आरोपों पर जवाब देने के लिए नियामक ने जेन स्ट्रीट को 21 दिन का समय दिया था। इस आदेश में ट्रेडिंग दिग्गज को करीब 4,843 करोड़ रुपये की अवैध कमाई लौटाने का निर्देश भी दिया गया था।
जेन स्ट्रीट के एक प्रतिनिधि ने कहा, हम सेबी के साथ सकारात्मक बातचीत कर रहे हैं और 3 जुलाई को जारी अंतरिम आदेश पर जवाब देने के लिए हमने और वक्त मांगा है। बयान में कहा गया है, जेन स्ट्रीट ऐसे आचरण के लिए प्रतिबद्ध है जिससे भारत के पूंजी बाजारों की अखंडता बनी रहे और उनके निरंतर विकास को योगदान मिले।
नियामक ने हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडर से पाबंदी तब हटाई जब उसने एस्क्रो खाते में 4,843.57 करोड़ रुपये जमा करा दिए। जेन स्ट्रीट ने नियामक से पुष्टि की है कि वह किसी भी धोखाधड़ी, हेरफेर या अनुचित व्यापार व्यवहार में शामिल नहीं होगी और निर्देशों का पालन करेगी।
एक्सचेंज जेन स्ट्रीट और उसकी समूह की संस्थाओं के किसी भी भावी लेन-देन और पोजीशनों पर लगातार नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे किसी भी तरह की हेराफेरी वाली गतिविधियों में शामिल नहीं हों। इस बीच, बाजार नियामक ने सेंसेक्स जैसे अन्य सूचकांकों और अन्य कारोबारी रणनीतियों की जांच का भी दायरा बढ़ा दिया है। पहले के बयान में ट्रेडिंग फर्म ने कहा था कि उसकी तत्काल ऑप्शन पोजीशन लेने की कोई योजना नहीं है।