जुलाई फ्यूचर्स सौदों में बढ़ते डिस्काउंट और 70 फीसदी स्टॉक का डिस्काउंट पर कारोबार होने से सोमवार को सूचकांक की कमजोर शुरुआत हुई।
तकनीकी रुप से किसी भी सपोर्ट के लिए निफ्टी को 4,100 अंकों के ऊपर रहना है। हालांकि निफ्टी जुलाई फ्यूचर्स स्पॉट निफ्टी के 4137 अंकों के स्तर की तुलना में 4075 अंकों के स्तर पर बंद हुआ जिससे यह संभावना दिखती है कि भविष्य में निफ्टी के लिए 4100 अंकों के स्तर को भी बरकरार रखना मुश्किल होगा।
निफ्टी जुलाई फ्यूचर्स सौदे जो कारोबारी सत्र के समाप्त होने के समय 4100 अंकों के स्तर पर बंद हुए थे,आज दिन भर के कारोबार के दौरान इसमें 33.6 लाख ओपन इंट्रेस्ट शेयर जुड़े। लेकिन निफ्टी में मध्याह्न के समय कुछ गिरावट आई और यह 4075 अंकों के स्तर पर पहुंच गया। इस स्थिति की वजह से सिर्फ 3.7 लाख शेयर ही आगे बढ़ सके।
फ्यूचर्स एंड ऑप्शन के सबसे कारोबारी स्टॉक में भी कमजोरी देखी गई। यह स्थिति तब बनी जब रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो , आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयरों में रिकॉर्ड शॉर्ट पोजिशन की स्थिति बनी। रिलायंस का स्टॉक फ्यूचर्स 677,475 शेयर जोड़ते हुए 2.52 फीसदी गिरा ,आईसीआईसीआई बैंक दस लाख शेयरों का ताजा ओपन इंट्रेस्ट जोड़ते हुए 7.5 फीसदी गिर गया। टाटा स्टील बीस लाख ओपन इंट्रेस्ट शेयर जोड़ते हुए पांच फीसदी गिरा।
हालांकि केयर्न इंडिया के शेयरों की लंबी खरीदारी देखी गई और स्टॉक 2.46 फीसदी चढ़ा। जबकि कंपनी ने 13 लाख नए ओपन इंट्रेस्ट जोडे। तकनीकी रुप से यह लगातार छठा सप्ताह है जब सेंसेक्स ने गिरावट देखी। अगर पीछे देखा जाए तो सेंसेक्स में इसप्रकार की तेज गिरावट के बाद यह तेजी से सुधरा है। विश्लेषकों का मानना है कि अभी यह समय शार्ट के लिए अच्छा नहीं है। लेकिन भविष्य में सेंसेक्स में सुधार देखा जा सकता है।