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Swiggy IPO: स्विगी सेबी के पास जल्द फाइल कर सकती है आईपीओ डॉक्यूमेंट, DRHP नहीं होगा पब्लिक

Swiggy IPO: बेंगलूरु की कंपनी Swiggy फ्रेश शेयर जारी कर करीब 3,750 करोड़ रुपये और OFS के जरिये 6,664 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है

Last Updated- April 26, 2024 | 3:55 PM IST
Swiggy

Swiggy IPO: भारत की फूड एग्रीगेटर कंपनी स्विगी (Swiggy) जल्द ही 120 करोड़ डॉलर (1.2 अरब डॉलर) का आईपीओ लाने जा रही है। 23 अप्रैल को हुई असाधारण आम बैठक (EGM) में शेयरहोल्डर्स ने फंड जुटाने की मंजूरी भी दी है मगर कंपनी ने अभी तक मार्केट रेगुलेटर सेबी (sebi) के पास आईपीओ के IPO डॉक्यूमेंट फाइल नहीं किया है। मनीकंट्रोल ने आज सूत्रों के हवाले से खबर दी कि कंपनी अगले 2-3 दिन में सेबी के पास आईपीओ पेपर फाइल कर सकती है। मगर इसकी डिटेल पब्लिक नहीं की जाएगी।

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट में बताया गया कि कंपनी कॉन्फिडेंसियल फाइलिंग रूट के जरिये आईपीओ पेपर फाइल करेगी। हालांकि स्विगी की तरफ से अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है। कॉन्फिडेंसियल फाइलिंग का मतलब यह है कि IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेयरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) सिर्फ मार्केट रेगुलेटर के पास जमा किया जाएगा, इसकी जानकारी नॉर्मल रूट की तरह पब्लिक नहीं की जाएगी। गौरतलब है कि DHRP में कंपनी की बिजनेस और फाइनैंशियल्स की अहम जानकारियां रहती हैं।

2022 में भी मार्केट में एंट्री करना चाही थी स्विगी

गौरतलब है कि स्विगी ने 2022 में 10.7 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर 700 करोड़ रुपये का फंड जुटाया था। लेकिन कंपनी ने बाद में फंडिंग की कमी और ज्यादा वैल्यूएशन को लेकर निवेशकों की चिंताओं को लेकर कंपनी ने अपने IPO को लाने से रोक दिया था। ऐसे में अगर कंपनी नॉर्मल रूट के जरिये IPO के लिए फाइलिंग करती है तो सेबी के फाइनल ऑब्जर्वेशन के बाद 12 महीने तक अप्रूवल वैलिड होता है, मगर अगर यह कॉन्फिडेन्सियल रूट के जरिये ऐसा करती है तो यह ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस पर सेबी के ऑब्जर्वेशन की तारीख से 18 महीने के लिए वेलिड होता है।

क्या है स्विगी का फंड जुटाने का प्लान

बता दें कि बेंगलूरु की यह कंपनी फ्रेश शेयर जारी कर करीब 3,750 करोड़ रुपये (लगभग 45 करोड़ डॉलर) जुटाने की योजना बना रही है। वह ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये 6,664 करोड़ रुपये और IPO से पहले एंकर निवेशकों से करीब 750 करोड़ रुपये जुटाने के बारे में भी सोच रही है।

किसकी कितनी हिस्सेदारी

मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन (Tracxn) के अनुसार स्विगी में सबसे ज्यादा करीब 32 फीसदी हिस्सेदारी डच लिस्टेड कंपनी प्रोसस (Prosus) की है। जिसके बाद सॉफ्ट बैंक (SoftBank) की 8 फीसदी, एस्सेल (Essel) की 6.2 फीसदी, संस्थापक समूह की 6.7 फीसदी और एलिवेशन कैपिटल (Elevation Capital) की 4.4 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा नॉर्वेस्ट, टेनसेंट, डीएसटी ग्लोबल और अल्फा वेव ने भी स्विगी में निवेश किया है।

First Published - April 26, 2024 | 3:52 PM IST

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