आईटी दिग्गजों, रिलायंस इंडस्ट्रीज में बढ़त और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की अच्छी खासी खरीदारी के बीच भारतीय शेयर बाजारों के सूचकांकों ने नई ऊंचाई को छू लिया। सेंसेक्स 569 अंक चढ़कर 79,243 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी ने 176 अंकों की बढ़त के साथ 24,044 पर कारोबार की समाप्ति की। सेंसेक्स ने पहली बार 79,000 और निफ्टी ने 24,000 की सीमा को पहली बार पार किया और दोनों सूचकांक इस माह 10वीं बार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे।
बीएसई में सूचीबद्ध फर्मों का कुल बाजार पूंजीकरण 1.4 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 438 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एफपीआई गुरुवार को 7,658 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। गुरुवार की खरीद के साथ एफपीआई कैलेंडर वर्ष 2024 में शुद्ध खरीदार बन गए।
चुनाव नतीजों के बाद माह की शुरुआत में बाजारों में खासी गिरावट आई थी लेकिन सत्ताधारी पार्टी ने सहयोगियों की मदद से सरकार बनाई और कैबिनेट के अहम मंत्रालय अपने पास रखे जिससे नीतिगत निरंतरता की उम्मीद बंधी। मजबूत आर्थिक संकेतकों और एफपीआई के शुद्ध खरीदार बनने से सूचकांकों को इस साल सबसे अच्छी मासिक बढ़ोतरी दर्ज करने में मदद मिली।
इस माह अब तक सेंसेक्स में 7.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि निफ्टी में 6.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। महीने की बढ़त को निजी बैंकों में बढ़ोतरी और एफपीआई के सबसे बड़े निवेश से मदद मिली। निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 9 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई।
चार शेयरों इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और अल्ट्राटेक ने गुरुवार की बढ़त में आधे से ज्यादा का योगदान किया। बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज में हुई बढ़त की वजह टैरिफ में बढ़ोतरी की उम्मीद है। जियो मोबाइल सेवा का परिचालन करने वाली कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद टैरिफ में बढ़ोतरी की घोषणा की।