यूबीएस द्वारा 10 नवंबर की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए टीके के विकास की संभावना का वृद्घि और वैल्यू संबंधित शेयरों पर सकारात्मक असर दिखा है।
यूबीएस के विश्लेषकों ने लिखा है, ‘वैल्यू से संबंधित शेयरों पर कोविड-19 टीके की संभावना का 60-70 प्रतिशत सकारात्मक असर दिखा है जबकि ग्रोथ स्टॉक्स यानी वृद्घि से संबंधित शेयरों के लिए यह आंकड़ा 85 प्रतिशत पर है। अमेरिका में वृद्घि से संबंधित शेयरों में हालात सामान्य होने का ज्यादा असर दिख रहा है जबकि यूरोपीय और अमेरिकी वैल्यू शेयरों में कम असर दिख रहा है और इसलिए उनमें तेजी की और संभावना देखी जा सकती है।’
हाल में फाइजर ने कोविड-19 टीके की घोषणा की है जिससे वैश्विक इक्विटी बाजार पिछले कुछ दिनों में तेजी से चढ़े हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार को इससे संबंधित खबरें आने के बाद से वैश्विक बाजार 9 प्रतिशत तक चढ़ चुके हैं। इस तेजी में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन की जीत का भी योगदान है और विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व से राहत की उम्मीद में उभरते बाजारों को मदद मिल सकती है।
जेफरीज के वैश्विक प्रमुख (इक्विटी रणनीति) क्रिस्टोफर वुड ने निवेशकों के लिए अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट ग्रीड ऐंड फीयर में लिखा है, ‘आगामी तिमाहियों में वित्तीय बाजारों के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह देखना रहेगा कि स्वास्थ्य संकट बीत जाने के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर अमेरिकी फेडरल किस तरह के कदम उठाएगा। ग्रीड ऐंड फीयर में कहा गया है कि इस संबंध में सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखेगी।’जहां तक टीके का सवाल है, अगले साल 3-4 अरब खुराक वितरित करना आसान नहीं होगा, और साथ ही -80 सेल्सियस के तापमान में इन दवाओं को रखना चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन यूबीएस का मानना है कि बाजार अल्पावधि में इन चुनौतियों पर ध्यान देगा और इन्हें अल्पकालिक तौर पर देखेगा।
यूबीएस का कहना है कि उभरते बाजार (ईएम) को बड़ी मदद मिलने की संभावना है।
