Hyundai Motor India IPO Listing: देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी ह्युंडै मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयरों ने स्टॉक एक्सचेंजों पर नकारात्मक शुरुआत की और गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सुबह 10:17 बजे के करीब, डेब्यू के तुरंत बाद, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ह्युंडै के शेयर 1,871 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो इसके 1,960 रुपये के आईपीओ इश्यू प्राइस से 3.26 प्रतिशत नीचे था। NSE और BSE दोनों पर, ह्युंडै मोटर इंडिया के लगभग 1.38 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ।
इससे पहले आज सुबह, आईपीओ प्रोसेस पूरा होने के बाद, ह्युंडै मोटर इंडिया के शेयर बीएसई पर, 1,931 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए। जो इसके इश्यू प्राइस 1,960 रुपये प्रति शेयर से 1.47 प्रतिशत की छूट को दर्शाता है। NSE पर ह्युंडै मोटर इंडिया के शेयर 1,934 रुपये पर लिस्ट हुए, जो 1.32 प्रतिशत की छूट को दर्शाता है।
बाजार विश्लेषक ह्युंडै मोटर इंडिया को लेकर सतर्क हैं और बाजार में उतार-चढ़ाव और कंपनी की निराशाजनक लिस्टिंग का हवाला देते हुए मुनाफावसूली करने और निचले स्तरों पर फिर से शेयर खरीदने की सलाह दे रहे हैं।
इंडीट्रेड कैपिटल के ग्रुप चेयरमैन सुदीप बंद्योपाध्याय के अनुसार, ह्युंडै मोटर इंडिया एक लॉन्ग टर्म निवेश है, और जिन निवेशकों के पास अभी शेयर हैं, उन्हें बाद में फायदा हो सकता है, यह देखते हुए कि ऑटो कंपनियों ने अतीत में बेहतरीन रिटर्न दिए हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण मारुति सुजुकी है। हालांकि, बंद्योपाध्याय ने कहा, “जो निवेशक खरीदना चाहते हैं, उन्हें जल्दी करने की जरूरत नहीं है। एक बार जब शेयर स्थिर हो जाएगा, तब खरीदने के अवसर मिल सकते हैं।”
स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा कि ह्युंडै मोटर इंडिया के शेयरों के लिए यहां से ऊपर की ओर बढ़ने की कोई गुंजाइश नहीं है और निवेशकों को लिस्टिंग के बाद शेयर नहीं खरीदने की सलाह दी। बालिगा ने कहा, “जिन निवेशकों ने ह्युंडै मोटर इंडिया के आईपीओ के लिए आवेदन किया है, वे मुनाफावसूली कर सकते हैं।”
बालिगा ने सुझाव दिया कि जो निवेशक शेयर खरीदना चाहते हैं, वे इसे केवल बड़ी गिरावट के बाद खरीदें। वह खरीदारी के स्तर के रूप में प्रति शेयर 1,500/1,550 रुपये का सुझाव देते हैं।
दूसरी ओर, सेठी फिनमार्ट के प्रबंध निदेशक विकास सेठी ने लंबी अवधि के निवेशकों को ह्युंडै मोटर इंडिया के शेयर ‘होल्ड’ करने की सलाह दी। सेठी ने कहा, “हालांकि, अल्पकालिक निवेशकों को ‘सेल’ करना चाहिए, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण उन्हें अब थोड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।”
हेम सिक्योरिटीज की सीनियर रिसर्च एनालिस्ट आस्था जैन ने कहा कि ह्युंडै मोटर इंडिया की लिस्टिंग पूर्वानुमानों के अनुरूप थी और सुझाव दिया कि जिन निवेशकों को शेयर आवंटित किए गए हैं, उन्हें पॉजिटिव लाभ के लिए कम से कम 5-6 महीने के लिए ‘होल्ड’ करना चाहिए। जैन ने कहा, “अगर कोई ‘खरीदना’ चाहता है, तो वह 1,800 रुपये से 1,850 रुपये प्रति शेयर के आसपास ऐसा कर सकता है। यदि अल्पकालिक निवेशक सकारात्मक रिटर्न चाहते हैं तो उन्हें दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।”
जैन ने आगे कहा कि ऐतिहासिक रूप से देखा गया है कि बड़े आईपीओ हमेशा पॉजिटिव रिटर्न नहीं देते, जैसा कि ह्युंडै मोटर इंडिया की लिस्टिंग में भी देखा गया। इसके अतिरिक्त, बाजार में उतार-चढ़ाव, ऑटो सेक्टर में मंदी और आईपीओ की ऊंची कीमतें शेयर की गिरावट के प्रमुख कारण बने।
ह्युंडै मोटर इंडिया, ह्युंडै मोटर कंपनी की एक सहायक कंपनी है और यह यात्री वाहन बिक्री के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटो OEM कंपनी है। भारत में, यह 2009 से दूसरी सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता कंपनी रही है। कंपनी एडवांस तकनीक का उपयोग कर इनोवेटिव और दमदार फीचर्स से लैस फोर-व्हीलर्स, ट्रांसमिशन और इंजन का उत्पादन करती है।