मोतीलाल ओसवाल की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) में भारत का हॉस्पिटैलिटी सेक्टर और भी मजबूती के साथ आगे बढ़ने को तैयार है। FY25 के आखिरी महीनों में जो जोश दिखा, उसी रफ्तार को यह सेक्टर अगले साल भी बरकरार रखेगा। औसत कमरे के किराए (ARR) में बढ़ोतरी, होटल्स की तेज़ बुकिंग और शादियों, तीर्थ यात्राओं व बड़े-बड़े इवेंट्स से आ रही मजबूत डिमांड, इस ग्रोथ के बड़े कारण हैं।
अप्रैल 2025 में होटलों की RevPAR यानी प्रति कमरे आय में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि मई में भू-राजनीतिक तनावों के कारण थोड़ी गिरावट आई थी, लेकिन जून में कॉर्पोरेट इवेंट्स (MICE) और घरेलू ट्रैवल के ज़रिए फिर से रिकवरी हुई। अब होटल कंपनियां उम्मीद कर रही हैं कि FY26 की पहली तिमाही में RevPAR में सालाना 11–12% की तेज़ ग्रोथ होगी, जो कि ARR में बढ़त की वजह से संभव है।
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भारत में लाइव कॉन्सर्ट्स, खेल आयोजन और बड़े-बड़े एक्सपो के कारण होटल बुकिंग में जबरदस्त उछाल आया है। इससे होटल कंपनियों को किराए बढ़ाने का मौका भी मिला है। FY26 में भी ऐसे कई इवेंट्स की प्लानिंग है, जिससे डिमांड बनी रहेगी। सरकार की योजनाएं जैसे PRASHAD और स्वदेश दर्शन भी तीर्थस्थलों के विकास में मदद कर रही हैं। इससे आयोध्या, तिरुपति और वाराणसी जैसे शहरों में होटल चेन तेजी से विस्तार कर रही हैं।
पहले की तरह अब पहली तिमाही यानी Q1 में सीज़नल गिरावट नहीं दिख रही है। इसकी वजह है कॉर्पोरेट इवेंट्स और एक्सपीरियंस बेस्ड ट्रैवल का चलन। FY25 के आंकड़े भी इसकी पुष्टि करते हैं—RevPAR में 8%, ARR में 7% ग्रोथ और 65% की स्थिर ऑक्यूपेंसी। होटल कंपनियों की कुल आमदनी में 18% और ऑपरेटिंग मुनाफे (Ebitda) में 20% की बढ़त देखी गई।
Lemon Tree को शादियों, MICE और तीर्थ यात्रा से लगातार मजबूत डिमांड मिल रही है। ARR में ग्रोथ और ऑक्यूपेंसी बेहतर हो रही है। मुंबई के Aurika होटल का रैम्प-अप (यह होटल अब शुरू हो चुका है और धीरे-धीरे अपनी पूरी क्षमता पर आ रहा है), 1,100 से ज़्यादा कमरों की तीर्थ नगरों में पाइपलाइन और नया Infinity 2.0 लॉयल्टी प्रोग्राम इसकी ग्रोथ को और मज़बूत कर रहे हैं।
FY25 की रूम रेवेन्यू में 45% हिस्सा रिटेल कस्टमर्स से आया। बेहतर एसेट यूज़ और लागत नियंत्रण से कमाई और मुनाफा तेज़ी से बढ़ सकता है। FY25–27 के दौरान रेवेन्यू, Ebitda और PAT में क्रमश: 14%, 17% और 38% CAGR की उम्मीद है। RoCE यानी पूंजी पर रिटर्न भी 19% तक पहुंच सकता है। अभी Lemon Tree Hotels का BSE पर शेयर भाव ₹140 चल रहा है। मोतीलाल ओसवाल ने टारगेट ₹200 तय किया है। इस लिहाज से 43% अपसाइड का अनुमान है।
IHCL यानी इंडियन होटल्स को भी तेज़ी से बढ़ते इस हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का पूरा फायदा मिलेगा। कंपनी के पास इवेंट्स की मज़बूत पाइपलाइन, बढ़ती MICE एक्टिविटी और तीर्थ यात्रा की तेज़ ग्रोथ का सपोर्ट है। कंपनी 30 नए होटलों की प्लानिंग कर रही है और ₹1,200 करोड़ का कैपेक्स अपग्रेड और नई प्रॉपर्टीज़ पर खर्च होगा। अयोध्या में नया Taj होटल और 60 से ज़्यादा तीर्थ स्थलों पर होटलों की प्लानिंग इसे लंबे समय के लिए मज़बूत बनाएगी। प्राइसिंग पावर और बेहतर ऑपरेशन से कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी भी तेज़ी से बढ़ेगी। FY25–27 में Ebitda और PAT में 22% की CAGR ग्रोथ की उम्मीद है। अभी Indian Hotels का BSE पर शेयर भाव ₹760 चल रहा है। मोतीलाल ओसवाल ने टारगेट ₹940 तय किया है। इस लिहाज से 24% अपसाइड का अनुमान है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।