facebookmetapixel
हर एक शेयर पर मिलेंगे 23 शेयर, स्टॉक की कीमत ₹10 से भी कम; NBFC कंपनी ने मचाया धमाल2025 में चांदी की रिकॉर्ड बढ़त के बाद कियोसाकी का दावा: 2026 में 200 डॉलर तक पहुंचने की संभावना!छिपे फॉरेक्स चार्ज से परेशान? विशेषज्ञ से समझें RBI के नए नियमों के बारे मेंGST सुधार और FDI का असर: बीमा क्षेत्र में फिर आएगी रफ्तार, FY27 में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीदUpcoming IPOs: Jio, फ्लिपकार्ट, PhonePe से लेकर OYO तक; 2026 में इन बड़े नाम के आएंगे IPOMarket Outlook: नए साल से पहले बाजार की चाल तय करेंगे मैक्रो आंकड़े और वैश्विक संकेतBonus Stocks: 2025 की विदाई और 2026 की शुरुआत में निवेशकों को तोहफा, दो कंपनियां बाटेंगी बोनसStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां अपने शेयरों का करेंगी बंटवारा, रिकॉर्ड-डेट पर सबकी नजरयूके एफटीए से अमेरिका टैरिफ विवाद तक: 2025 में भारत की ट्रेड पॉलिसी की तस्वीरMCap: सात बड़ी कंपनियों का मार्केट कैप डूबा, SBI सबसे बड़ा नुकसान उठाने वाली

सितंबर में F&O वॉल्यूम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा

F&O सेगमेंट में बढ़ती वॉल्यूम का कारण स्थिर बाजार प्रदर्शन, सेबी की सख्तियों से भविष्य में हो सकती है गिरावट

Last Updated- October 02, 2024 | 10:22 PM IST
F&O volume hit new highs despite STT hike

वायदा एवं विकल्प सेगमेंट में रोजाना का औसत कारोबार सितंबर में 537 लाख करोड़ रुपये की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। इसमें मासिक आधार पर 7.2 फीसदी का इजाफा हुआ। नकदी सेगमेंट में रोजाना का औसत कारोबार हालांकि 4 फीसदी घटकर 1.3 लाख करोड़ रुपये रह गया।

एफऐंडओ सेगमेंट में वॉल्यूम में बढ़ोतरी इसलिए हुई क्योंकि बाजारों में पिछले महीने स्थिर प्रदर्शन देखने को मिला। बेंचमार्क निफ्टी-50 इंडेक्स करीब 4 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों ने माह की समाप्ति सितंबर में मामूली बदलाव के साथ की।

आने वाले समय में हालांकि वायदा एवं विकल्प में वॉल्यूम नियामक की सख्ती के कारण घट सकता है। बाजार नियामक सेबी ने बुधवार को ऐलान किया कि वह ट्रेडरों के इसमें उतरने पर सख्ती बढ़ाएगा, साप्ताहिक एक्सपायरी की संख्या घटाएगा और मार्जिन के अग्रिम संग्रह की दरकार होगी।

20 नवंबर से छह में से तीन कदम लागू होंगे जबकि दो 1 फरवरी से और पोजीशन सीमा की इंट्राडे निगरानी 1 अप्रैल से लागू होगी। इसके अलावा सेबी ने डेरिवेटिव सेगमेंट के लिए शेयरों के चयन के पात्रता मानक में बदलाव किया है। नया नियम डेरिवेटिव सेगमेंट के लिए ज्यादा लिक्विड शेयरों को पात्र बनाने के लक्ष्य से उठाया गया है और इससे 182 शेयरों में बदलाव होगा, जो अभी एफऐंडओ ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हैं।

First Published - October 2, 2024 | 10:22 PM IST

संबंधित पोस्ट