facebookmetapixel
New Rules From Oct: UPI, NPS और ऑनलाइन गेमिंग में 1 अक्टूबर से होंगे ये बड़े बदलाव, जानें क्या-क्यातेजस्वी का नीतीश सरकार पर हमला, कहा: उन्होंने जो वादा किया उसके लिए ₹7 लाख करोड़ की जरूरतफिनटेक कंपनी PayNearby अगले साल तक लाएगी IPO, तीन मर्चेंट बैंकरों से चल रही है बातचीतGST रेट कट के बाद कंजम्प्शन थीम पर अगले हफ्ते खुल रहे दो नए फंड; क्यों है खास? किसे करना चाहिए निवेशमिथुन मन्हास बने BCCI के 37वें अध्यक्ष, रघुराम भट नए कोषाध्यक्ष; चयन समितियों में भी हुआ बड़ा फेरबदलKarur stampede: करूर रैली में भगदड़ कैसे हुई, जिसने 39 लोगों की जान ले लीCorporate Actions: स्प्लिट, बोनस और डिविडेंड का तिहरा तोहफा, यह हफ्ता निवेशकों के लिए त्योहार जैसाWeWork India IPO: 3 अक्टूबर से खुलेगा वीवर्क इंडिया का आईपीओ, इश्यू साइज ₹3,000 करोड़Market Outlook: RBI की ब्याज दर और टैरिफ फैसलों से तय होगा बाजार का रुखUK Digital ID cards: क्या है ब्रिटेन की डिजिटल ID कार्ड योजना और कैसे रोकेगी अवैध प्रवास?

कम फंड भी समान परिणाम देते हैं

Last Updated- December 05, 2022 | 9:21 PM IST

मैं 23 वर्षीय आईटी पेशेवर हूं। मैं म्युचुअल फंडों में दिसंबर 2007 से निवेश करता आ रहा हूं।


मेरे ऊपर कोई आर्थिक रूप से निर्भर नहीं है और मैं नियमित तौर पर म्युचुअल फंडों में निवेश करना चाहता हूं। अगले दो-तीन सालों में बेंगलुरु में घर खरीदना मेरा वित्तीय लक्ष्य है। मैं गणनात्मक जोखिम उठाते हुए अधिकतम प्रतिफल प्राप्त करना चाहता हूं। फिलहाल मैं 12,000 रुपये प्रति माह का निवेश कर रहा हूं। कृपया मेरे पोर्टफोलियो को देखें और बदलाव की सलाह दें। – आयुश केडिया


जवानी की दिनों में वित्तीय योजना की शुरुआत करने का लाभ लंबे समय में निश्चित रुप से मिलता है। चक्रवृध्दि की ताकत और निवेश का सिस्टेमेटिक तरीका (खास तौर से इक्विटी से संबंधित उपकरणों के मामले में) आसानी से वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद करता है। लेकिन धन कोष बनाने के मामले में किसी व्यक्ति को यथार्थवादी होने और धैर्य रखने की जरुरत होती है।


आपके निवेश पर चक्रवृध्दि चमत्कारी प्रभाव हो सकता है अगर आप दीर्घावधि (कम से कम पांच से सात वर्षों के लिए) के लिए अपना निवेश बनाए रखते हैं। आपने हाल ही में अपने निवेश की शुरुआत की है इसलिए पोर्टफोलियो में तत्काल कुछ बदलाव करने से धन कोष बनाने में अच्छी मदद मिल सकती है।


आपका पोर्टफोलियो


12,000 रुपये का मासिक सिस्टेमेटिक प्लान (सिप) 10 फंडों में विभाजित है और इसमें तीन टैक्स सेविंग फंड शामिल है। आदर्श रुप से ऐसी राशि के पोर्टफोलियो के लिए अधिकतम चार से पांच फंड होने चाहिए।


इतने सारे फंडों से आपके पोर्टफोलियो का अतिविशाखण हो गया है। संपूर्ण कोष का निवेश 237 शेयरों में किया गया है। इनमें से 216 शेयरों का पोर्टफोलियो आवंटन एक प्रतिशत से कम का है। ऐसा लगता है अधिकांश फंडों के चयन का आधार उनके द्वारा वर्ष 2007 में दिया गया भारी प्रतिफल है। रिलायंस डाइवर्सिफायड पावर, रिलायंस बैंकिंग और प्रिंसिपल टैक्स सेविंग आदि कुछ उदाहरण हैं।


रिलायंस ग्रोथ और फिडेलिटी टैक्स एडवांटेज का पोर्टफोलियो आवंटन चार प्रतिशत है जो न के बराबर है। 10 में से सात फंडों का पोर्टफोलियो आवंटन 10 प्रतिशत से कम है।


पोर्टफोलियो में ऋण तत्व शामिल नहीं है और न ही कोई बैलेंस्ड फंड है। लेकिन लार्ज-कैप शेयरों की बहुलता की वजह से पोर्टफोलियो में स्थायित्व है। पोर्टफोलियो का 56 प्रतिशत लार्ज कैप और 33 प्रतिशत मिड-कैप में आवंटित है।


आदर्श नीति


आप पहले ही सिप की शुरुआत कर चुके हैं जो इक्विटी फंडों में निवेश करने का आदर्श तरीका है। लेकिन फंडों की इतनी संख्या विचारणीय है। फंडों की संख्या बढ़ाने से विशाखण नहीं बढ़ता है। इसके बजाए इससे पोर्टफोलियो का अति विशाखण होता है। 10 फंडों को महीने में ट्रैक करना आसान काम नहीं है। फंडों के समेकन से प्रबंधन और सिप की ट्रैकिंग आसान हो सकती है।


निवेश की शुरुआत करते वक्त फंडों का चयन महत्वपूर्ण होता है। उन फंडों में निवेश करने से बचें जिनका प्रदर्शन पिछले छह-आठ महीने में अपनी बराबरी के फंडों की तुलना में बेहतर रहा है। फंडों की रेटिंग, पिछला प्रदर्शन (कम से कम तीन साल का), बराबरी के फंडों का प्रदर्शन और बेंचमार्क की तुलना में प्रतिफल फंडों के चयन करते समय विचारणीय होते हैं।


किसी विशेष फंड में निवेश की सीमा आपको तय कर लेनी चाहिए। पोर्टफोलियो को वैसे फंड से ज्यादा लाभ नहीं होगा जिसे केवल चार प्रतिशत आवंटित किया गया है भले ही इसमें किया गया निवेश साल भर में दोगुना ही क्यों न हो जाए। सेक्टर फंड विशाखित फंडों की तुलना में अधिक जोखिम भरे होते हैं।


मूल रुप से वे किसी एक सेक्टर के प्रदर्शन पर निर्भर करते हैं। उदाहरण के लिए, जब बजट प्रस्ताव आया था तो बैंकिंग के शेयर फरवरी महीने में सर्वाधिक प्रभावित हुए थे। ऐसे फंडों में निवेश करने से बचना चाहिए।


विशुध्द इक्विटी वाला पोर्टफोलियो जिसकी समय सीमा तीन वर्षों की है, शेयर बाजार के उतार-चढ़ावों को देखते हुए जोखिम भरा साबित हो सकता है। स्थयित्व के लिए लार्ज-कैप ओरियेंटेड पोर्टफोलियो बनाए रखने की कोशिश कीजिए।


क्रियान्वयन की योजना


समेकन पहला चरण है। पहले ही आपने लगातार बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंडों का चयन किया हुआ है इसलिए हम आपके वर्तमान पोर्टफोलियो के लिए केवल पांच फंडों का चयन कर रहे हैं। इनमें से तीन इक्विटी विशाखित हैं और दो टैक्स प्लानिंग के लिए हैं।


सुझाए गए पोर्टफोलियो का संयुक्त निवेश 175 शेयरों में है (आपके वर्तमान पोर्टफोलियो का निवेश 237 शेयरों में था)। इस पोर्टफोलियों के 64 प्रतिशत का निवेश लार्ज कैप में है जो इसे ज्यादा स्थिर बनाता है।


आपके 12,000 रुपये के निवेश के लिए हम केवल चार फंडों का पोर्टफोलियो भी बना सकते थे लेकिन हम आपके टैक्स सेविंग को विशाखित करना चाहते थे इसलिए दो टैक्स सेवर्स का चुनाव किया है। हमने आपके पोर्टफोलियो से सेक्टर फंडों को निकाल दिया है। इस कारण से वित्तीय सेवा क्षेत्रों में निवेश को घटा कर 18.51 प्रतिशत कर दिया गया है।


दो-तीन वर्षों बाद बेंगलुरु में घर खरीदना आपका वित्तीय लक्ष्य है। सिप के माध्यम से तीन वर्षों के लिए किए जाने वाले 12,000 रुपये प्रति महीने के निवेश के अनुसार आप तीन वर्षों में कुल 4.32 लाख रुपये का निवेश करते हैं जो लगभग 5.79 लाख रुपये हो जाएगा। यहां हम मान कर चल रहे हैं कि इक्विटी विशाखित फंड सालाना 20 प्रतिशत का प्रतिफल देगा।


इस संख्या को देखते हुए तीन वर्षों बाद निवेश को भुनाना अच्छा आयडिया नहीें होगा। सिप के निवेश को तीसरे वर्ष में भुनाने पर आपको अल्पावधि का पूंजीगत अभिलाभ कर 15 प्रतिशत (इस वित्तीय वर्ष से इसे बढ़ा दिया गया है) के हिसाब से देना होगा। सिप को को दीर्घावधि के लिए बढ़ने दें।

First Published - April 13, 2008 | 11:50 PM IST

संबंधित पोस्ट