बेरोजगारी बढ़ने की वजह से अमेरिका में मंदी के डर ने भारत के आईटी सेवा क्षेत्र की भी चिंता बढ़ा दी है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के नतीजों के बाद आईटी क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार मजबूत होने का अनुमान जताया जा रहा था।
सोमवार को निफ्टी आईटी 3.26 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ, क्योंकि प्रमुख आईटी सेवा कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा फर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का शेयर दिन के कारोबार में 4 प्रतिशत गिर गया। आखिर में यह अपने पिछले बंद भाव की तुलना में 2.98 प्रतिशत नुकसान के साथ 4,155.3 रुपये पर बंद हुआ।
इन्फोसिस दिन के कारोबार में 5.6 प्रतिशत लुढ़क गया था और आखिर में 3.84 प्रतिशत गिरकर 1,751.4 रुपये पर बंद हुआ। एचसीएल टेक 2.96 प्रतिशत और विप्रो 3.35 प्रतिशत गिरकर बंद हुए। हालांकि, इसे लेकर चिंता बरकरार है कि क्या मंदी का डर वास्तविकता बन जाएगा।
बीएनपी पारिबा में विश्लेषक (आईटी ऐंड ऑटो) कुमार राकेश ने कहा, ‘अमेरिका में ताजा आंकड़े से अल्पावधि अनिश्चितता का माहौल पैदा हुआ है। उद्यमी अपने निर्णय लेने तथा मौजूदा चिंता का गहराई से आकलन करने के लिए अगले आंकड़े आने का इंतजार कर सकते हैं। हमारे वैश्विक इक्विटी रणनीतिकार मानते हैं कि मौजूदा आंकड़ा अभी भी मंदी जैसे हालात का संकेत नहीं है। इसके अलावा, वे मौजूदा समय में सिर्फ एक आंकड़े पर ध्यान देने से परहेज करेंगे।
हालांकि, विश्लेषकों का यह भी मानना है कि इससे अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती का निर्णय प्रभावित हो सकता है।