अरुण केजरीवाल के लिए कल की रात कुछ खास होगी।
केजरीवाल दिवाली की रात को हिंदू मान्यताओं के मुताबिक धन संपत्ति की स्वामिनी लक्ष्मी के सामने जब दीपक जलाएंगे, तो वह अपने लिए धन संपत्ति या पत्नी और बच्चों के लिए कुछ नया नहीं मांगेगे। इसके उलट उनके मन से एक ही मुराद निकलेगी कि भारत के लगातार ढहते शेयर बाजार को संभलने का मौका मिल जाए।
महज 51 साल के केजरीवाल ही नहीं, बल्कि शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले तमाम निवेशक ‘सर्वे भवंतु सुखिन:’ का मंत्र जपेंगे क्योंकि बाजार की उलटचाल ने वाकई उनको बहुत दुख दिया है और इस शनीचर से मुक्ति पाने का कोई भी मौका वे छोड़ना नहीं चाहेंगे, चाहे वह दिवाली पूजा ही क्यों न हो।
मुहूर्त कारोबार से उम्मीद
इसके बाद केजरीवाल दूसरे कारोबारियों और दलालों के साथ मिलकर एक घंटे इक्विटी खरीद की रस्म अदा करेंगे, जो हर साल बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में देर रात के कारोबारी सत्र में होती है। इसे मुहूर्त कारोबार कहा जाता है और दिवाली की रात को इसे निवेश शुरू करने का सबसे अच्छा वक्त माना जाता है। पिछले साल हुए घाटे के गम को भुलाने के लिए भी निवेशक इसे सबसे सटीक मौका मानते हैं।
केजरीवाल के मुताबिक बीता साल निवेश के लिहाज से सबसे खराब साल रहा। उन्होंने कहा, ‘मैं बाजार में अच्छा माहौल वापस लाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करूंगा। बाजार में वाकई बिल्कुल पागलपन का माहौल है।’
बदलेगी किस्मत
दिवाली की रात लक्ष्मी का आशीर्वाद लेने की सदियों पुरानी परंपरा पर इस साल ज्यादा ही जोर दिया जा रहा है और वजह है दरकता हुआ बाजार। इस साल बाजार ने निवेशकों के लगभग 65 लाख करोड़ रुपये जो लूट लिए हैं, जो भारत के वार्षिक आर्थिक उत्पादन से भी ज्यादा रकम है।
लेकिन दिवाली किस्मत बदल सकती है क्योंकि पिछले दस में से नौ साल में ऐसा ही देखा गया है। फिडेलिटी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक इन सालों में दिवाली से 30 दिन पहले शेयर बाजार की जो चाल रही, दिवाली के फौरन बाद उसमें जबरदस्त तेजी आई है।
मुंबई में हसमुख लालभाई शेयर ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड में ब्रोकर उल्हास चिथारिया हर साल दिवाली के मुहूर्त कारोबार में हिस्सा लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस वक्त तो बाजार अंधी सुरंग की तरह लग रहा है, लेकिन सुरंग के दूसरे सिरे पर रोशनी की किरण भी दिख रही है।’
ज्योतिष का सहारा
भारत में लगभग 80 करोड़ की आबादी वाले हिंदू समुदाय में किसी भी शुभ काम के लिए ईश्वर से आशीर्वाद लेना आम बात है। चाहे शादी करनी हो या नया कारोबार चुनना हो, सभी में ईश्वर की इच्छा जानने की कोशिश होती है। यहां तक कि नवजात का नाम भी ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर ही रखा जाता है।
जाने माने ज्योतिषी बेजन दारूवाला को हिंदू देवता गणेश पर भरोसा है। उन्हें यकीन है कि अगले साल दुनिया भर के शेयर बाजार वापस छलांग लगाएंगे। इसके लिए उन्हें किसी कंपनी के बहीखाते की जरूरत नहीं क्योंकि उनके मुताबिक गणेश यह बता रहे हैं। उनकी मानें तो ग्रह-नक्षत्रों की चाल इस साल तो अच्छी नहीं है और शेयर बाजार भी बैठा ही रहेगा।
हां, अगले साल अप्रैल से हालात बिल्कुल बदल जाएंगे। दरअसल बृहस्पति ग्रह को बैंकों का स्वामी माना जाता है। अगले साल फरवरी में उसकी स्थिति बदलेगी और दारूवाला के मुताबिक उसके बाद बाजार की सेहत भी अच्छी हो जाएगी।
निवेशकों की बोली तो यही कहती है कि बाजार से निकट भविष्य में कोई उम्मीद नहीं। इसी महीने की 24 तारीख को सूचकांक चार साल के निम्नतम स्तर तक गिर गया था और अभी इसमें और भी गिरावट की आशंका है। वजह भी साफ है। दुनिया भर में मंदी ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। जाहिर है कि कुछ समय पहले वैश्विक निवेशकों के सहारे कुलांचे भर रहे भारतीय शेयर बाजार का भी इससे बचना नामुमकिन था।
लुटे बीच बाजार
पिछले साल से शेयर बाजार में निवेश कर रहे निरंजन कोरड़िया दलाल स्ट्रीट पर गमगीन खड़े थे। शेयर की कीमतों का टिक देखते हुए उन्होंने कहा, ‘इतने साल में मैंने कभी ऐसा काला दिन नहीं देखा। मैंने पांच साल पहले जो पैसा लगाया था, वह भी इस बार सरे बाजार लुट गया।’
कई निवेशक तो दारूवाला की बात को भी हवा में उड़ा रहे हैं। उनके मुताबिक बाजार की चाल का अंदाजा सितारों की चाल से नहीं लगाया जा सकता। 66 साल के किशोर शाह रोजाना सितारों की चाल का एक खाका तैयार करते हैं और उसके बाद ही वह निवेश करते हैं। लेकिन इस साल वह 70 लाख रुपये गंवा चुके हैं।
हालांकि शाह अब भी दावा कर रहे हैं कि 3 नवंबर के बाद बाजार सुधर जाएगा। उनके मुताबिक सूर्य और मंगल के गठजोड़ से ऐसा होगा। इस वक्त मंगल के साथ शनि है, जिसने सबके ऊपर साढ़ेसाती लगा दी है। शाह के मुताबिक नवंबरशेयर खरीदने का अच्छा वक्त है।
कौड़ियों में खरीद
सेंसेक्स के ढहने से भारत में शेयरों की कीमत बहुत गिर गई है। दलालों के मुताबिक कभी आसमान पर उड़ने वाले शेयर अब कौड़ियों के भाव बिक रहे हैं। मुंबई में 27 साल के हार्दिक छेदा इस मौके को हाथ से निकलने नहीं देना चाहते। उनके मुताबिक यही खरीद का सबसे उम्दा वक्त है।
छेदा ने कहा, ‘पिछले छह साल से मैं निवेश कर रहा हूं और जब बाजार आसमान पर था, तब मैंने बिकवाली से खूब कमाई की। इतनी कम कीमत वाले शेयरों पर लार टपकनी लाजिमी है।’
दूसरी ओर केजरीवाल कीमतया और कुछ नहीं देख रहे हैं। उन्हें तो बस लक्ष्मी जी की कृपा ही चाहिए। वह कहते हैं, ‘हम निम्नतम स्तर के बेहद करीब पहुंच चुके हैं। मुझे उम्मीद है कि लक्ष्मी जी हमारी प्रार्थनाओं का जवाब देंगी और बाजार एक बार फिर रोशन हो जाएगा।’