अमेरिकी बाजारों द्वारा हासिल की गई बढ़त से उत्साहित बाजार शुक्रवार को सकारात्मक नोट के साथ खुला।
लेकिन निवेशकों द्वारा सतर्कता भरा रुख अख्तियार किए जाने से उसने अपनी सारी बढ़त गंवा दी। 93252830 अंकों के रेजिस्टेंस लेवल को छूने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी कैश सेगमेंट द्वारा की गई मुनाफा वसूली और वायदा और विकल्प में बनी शॉर्ट पोजीशन के कारण तेजी से नीचे गिरा।
निफ्टी दिसंबर फ्यूचर्स जो सुबह के सत्र में 10-15 अंकों के प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था, अंतत: स्पॉट से चार अंकों के डिस्काउंट पर बंद हुआ। कारोबारी सत्र के बाद के एनएसई की वेबसाइट के सेटलमेंट आंकड़े बताते हैं निफ्टी फ्यूचर्स में ओपन इंट्रेस्ट 13.1 लाख शेयरों से तेजी से बढ़ा।
इससे पता चलता है कि वायदा और विकल्प कारोबारी शॉर्ट पोजीशन ले रहे हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज, स्टैट बैंक ऑफ इंडिया, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक से प्रमुख स्टॉक फ्यूचर्स में ऊपरी लेवल पर मुनाफा वसूली और शॉर्ट पोजीशन बनते देखी गई।
आंकड़ों के अनुसार कारोबारी सत्र की समाप्ति के करीब अंतिम घंटों में मुनाफा वसूली तेज हुई क्योंकि इन प्रमुख स्टॉक फ्यूचर्स में 30-40 फीसदी कारोबार अंतिम 90 मिनट में हुआ।
वायदा और विकल्प के आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर सीरीज में निफ्टी को 2500 के लेवल पर गहरा सपोर्ट है क्योंकि इस लेवल पर ओपन इंट्रेस्ट काफी अधिक 30.9 लाख शेयरों का है।
इसी तरह 3200 के कॉल ऑप्शन पर ओपन इंट्रेस्ट काफी अधिक 26.6 लाख शेयरों का है। यह रेजिस्टेंस लेवल की ओर इशारा करता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि निफ्टी की दिसंबर सीरीज एक्सपाइरी तक 2500-3200 के दायरे में कारोबार करेगी।
हमने अपने साप्ताहिक वायदा और विकल्प आउटलुक में बताया था 3000 तक के शॉर्ट टर्म अपसाइड के लिए निफ्टी को 2780 लेवल के ऊपर बंद होना होगा और रुझान में किसी तरह के परिवर्तन की के लिए 2700 का सपोर्ट लेवल बरकरार रखना होगा जिससे सूचकांक 2500 तक जा सकता है।