दूध के दाम बढ़ने के साथ ही हेरिटेज फूड्स और डोडला डेयरी जैसे भारत के डेयरी शेयरों को लेकर विश्लेषकों को अच्छी उम्मीद है। आने वाले कुछ समय में इन कंपनियों का मुनाफा बढ़ने की संभावना है। आगे चलकर, भारत की बढ़ती आबादी, बदलती आदतें, ज़्यादा जेब खर्च और सेहत के प्रति जागरूकता की वजह से दूध पीने वालों की संख्या भी बढ़ेगी। इसका फायदा डेयरी कंपनियों को मिलेगा।
मार्केट विशेषज्ञों की राय
एक मार्केट जानकार अंबरीश बालिगा का कहना है कि करीब 16 महीने बाद दूध की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दही, पनीर और फ्रोजन मिठाइयों जैसी चीज़ों के दाम भी बढ़ने वाले हैं। हालांकि अभी दूध खरीदने का खर्च (procurement price) कम है, इसलिए डेयरी कंपनियों का मुनाफा बढ़ेगा। उनकी सलाह है कि डेयरी कंपनियों के शेयर अभी बेचने नहीं चाहिए, बल्कि संभाल कर रखें।
दूध के दाम बढ़ने का सिलसिला दुनिया भर में जारी है। पिछले साल के मुकाबले ग्लोबल स्किम्ड मिल्क पाउडर (एसएमपी) की कीमतों में 14.3 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं, भारत में भी दूध के दाम बढ़ रहे हैं। पिछले महीने पूरे देश में थोक दूध की कीमतों में सालाना आधार पर 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो सभी प्रमुख क्षेत्रों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है।
विभिन्न क्षेत्रों में दूध की कीमतों में वृद्धि
दक्षिण भारत में दूध की कीमतों में सालाना आधार पर 4.6 फीसदी, उत्तर भारत में 1.3 फीसदी, पश्चिम भारत में 2.2 फीसदी और पूर्वी भारत में 1.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सरकारी सहयोग से चलने वाली डेयरी कंपनियों मदर डेयरी, अमूल और कर्नाटक की ‘नंदिनी’ दूध ने भी जून में दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की, जो फरवरी 2023 के बाद पहली बार है।
दूध बेचने वाली कुछ बड़ी प्राइवेट कंपनियों ने अभी तक दाम नहीं बढ़ाए हैं। जानकारों का कहना है कि इससे उन्हें बाजार में पकड़ बनाने में मदद मिलेगी और जरूरत पड़ने पर बाद में दाम बढ़ा सकेंगे। दूध कंपनियों ने दाम बढ़ाने के बजाय दूध की मात्रा कम करने का तरीका अपनाया है। यह चलन आगे भी जारी रह सकता है, और अगर दाम बढ़ते भी हैं तो वो शायद इस साल के आखिरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में ही होंगे।
डेयरी कंपनियों का मुनाफा और शेयर बाजार
जानकारों का मानना है कि डेयरी कंपनियों का मुनाफा (Ebitda) इस साल की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2024) में भी बढ़ता रहेगा। इसकी वजह कम दाम में दूध खरीदना और थोड़ा ज्यादा दाम में बेचना होगा।
अनिरुद्ध जोशी और मनोज मेनन की अगुवाई में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने कहा कि पिछले साल (Q4FY24) के आखिर में कम दाम में स्किम्ड मिल्क पाउडर (एसएमपी) का स्टॉक जमा करने से डेयरी कंपनियों को इस साल के आखिर में महंगाई का सामना करने में मदद मिलेगी। इन जानकारों ने हेरिटेज फूड्स और हट्सन एग्रो के शेयर खरीदने की सलाह दी है, वहीं डोडला डेयरी के शेयर होल्ड करने की सलाह दी है.
मार्च तिमाही में इन कंपनियों के मुनाफे में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उदाहरण के तौर पर डोडला डेयरी का मुनाफा 492 फीसदी तक बढ़ गया है। शेयर बाजार भी डेयरी सेक्टर को पसंद कर रहा है। पिछले एक महीने में मिल्कफूड के शेयर की कीमत में 26.9 फीसदी का उछाल आया है।
वहीं, साल 2024 की शुरुआत से अब तक हेरिटेज फूड्स के शेयरों में 82.5 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। इसकी तुलना में इसी अवधि में निफ्टी 50 सिर्फ 4.5 फीसदी और निफ्टी मिडकैप 23.3 फीसदी ही बढ़ पाए हैं।
भविष्य की संभावनाएं
जानकारों का मानना है कि डेयरी कंपनियों का यह शानदार प्रदर्शन आगे भी जारी रह सकता है। दरअसल, वैश्विक आंकड़ों के मुकाबले भारत में प्रति व्यक्ति दूध की खपत काफी कम है। इसका मतलब है कि डेयरी कंपनियों के लिए आगे बढ़ने की काफी गुंजाइश है।
जैसा कि इन्वेस्टेक के रिसर्च एनालिस्ट अभिनिल दहिवाले का कहना है, ” मजबूत मांग और संगठित क्षेत्र की तरफ रुझान जैसी चीजों को देखते हुए डेयरी कंपनियां खासकर प्राइवेट कंपनियां, आने वाले समय में काफी तरक्की कर सकती हैं। कम मुद्रास्फीति और अच्छी मांग को मिलाकर देखें तो डेयरी उद्योग की कमाई बढ़ने वाली है।” उन्होंने डोडला डेयरी, हेरिटेज फूड्स और पारग मिल्क फूड्स के शेयर खरीदने की सलाह दी है।