Stock Market: ग्लोबल मार्केट (global market) से मिले कमजोर रुझानों के बीच हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को भारी बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार लगातार छठे दिन लाल निशान पर बंद हुए। पश्चिम एशिया में जारी तनाव और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड के लगभग 5 प्रतिशत के ऊपरी स्तर पर बने रहने से दुनिया भर के बाजारों में गिरावट का दौर जारी रहा। आज दोनों फ्रंटलाइन इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) में भारी गिरावट दर्ज की गई।
आज के कारोबार में BSE सेंसेक्स 900 अंक कमजोर हुआ। वहीं, निफ्टी (Nifty) में भी 265 अंक की गिरावट दर्ज की गई। व्यापक बाजारों में, बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.94 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप 0.19 फीसदी फिसल गया।
भारी बिकवाली का दबाव लगातार छठे दिन शेयर बाजार पर हावी रहा। 900 अंक लुढ़ककर सेंसेक्स चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। BSE का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 900.91 अंक यानी 1.41 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 63,148.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 63,774.16 की ऊंचाई तक गया और नीचे में 63,092.98 तक आया।
Also read: Share Market Crash: स्टॉक मार्केट में हाहाकार, 1 घंटे में निवेशकों को हुआ करोड़ों का नुकसान
वहीं, दूसरी तरफ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी (Nifty) में भी 264.90 अंक यानी 1.39 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी दिन के अंत में 18,857.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 19,041.70 की ऊंचाई तक गया और नीचे में 18,837.85 तक आया।
आज के कारोबार में सेंसेक्स के शेयरों में केवल 5 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। एक्सिस बैंक, ITC, HCL टेक, NTPC और इंडसइंड बैंक सेंसेक्स के टॉप 5 गेनर्स रहे। सबसे ज्यादा मुनाफा एक्सिस बैंक के शेयरों को हुआ। इसके शेयर 1.74 फीसदी चढ़ गए।
Also read: P-notes के जरिए निवेश सितंबर अंत तक बढ़कर 1.33 लाख करोड़ रुपये पर
वहीं, दूसरी तरफ सेंसेक्स के शेयरों में 25 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। M&M, बजाज फाइनैंस, एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व और नेस्ले इंडिया सेंसेक्स के टॉप 5 लूजर्स रहे। सबसे ज्यादा नुकसान M&M के शेयरों को हुआ। इसके शेयर 4.06 फीसदी गिर गए।
इसके अलावा यूपीएल, टेक महिंद्रा, टाइटन कंपनी, बीपीसीएल, अदाणी एंटरप्राइजेज, एचडीएफसी बैंक, कोटक बैंक, ओएनजीसी, अपोलो हॉस्पिटल्स, एसबीआई, डॉ रेड्डीज लैब्स, भारती एयरटेल, एचडीएफसी लाइफ, कोल इंडिया और बजाज ऑटो के शेयरों में 1.5 फीसदी से लेकर 4 फीसदी तक की गिरावट आई।