केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस ने मंगलवार को अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिए विवरणिका का मसौदा (डीआरएचपी) जमा कराया। इसके जरिए कंपनी के प्रवर्तक केनरा बैंक और एचएसबीसी इंश्योरेंस होल्डिंग्स के साथ पंजाब नैशनल बैंक अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचेंगे।
कंपनी में केनरा बैंक की 51 फीसदी हिस्सेदारी है और वह 13.77 करोड़ शेयर बेचने की योजना बना रहा है। यह बिक्री उसकी शेयरधारिता का 14.5 फीसदी है। 26 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली एचएसबीसी इंश्योरेंस का अपनी हिस्सेदारी का सिर्फ 0.5 फीसदी हिस्सा बेचने का इरादा है। कंपनी में 23 फीसदी हिस्सेदारी वाला पंजाब नैशनल बैंक अपनी 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है। निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी ने आईपीओ का आकार और इसके समय के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
दिसंबर में केनरा बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक से अपनी जीवन बीमा और म्युचुअल फंड इकाई दोनों में हिस्सेदारी कम करने की मंजूरी मिली थी। मार्च 2025 में पीएनबी ने सूचीबद्धता के दौरान जीवन बीमा कंपनी में 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए आरबीआई से मंजूरी भी मांगी थी।
अभी पांच सूचीबद्ध जीवन बीमा कंपनियां हैं – एलआईसी, एसबीआई लाइफ, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ और ऐक्सिस मैक्स लाइफ। बीमा नियामक पुरानी और प्रतिष्ठित कंपनियों को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए प्रेरित कर रहा है ताकि पॉलिसीधारकों और निवेशकों के लिए अधिक पारदर्शिता हो और ज्यादा वैल्यू मिल सके।
केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस की स्थापना सितंबर 2007 में केनरा बैंक, एचएसबीसी और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में की गई थी। ओरियंटल बैंक का बाद में पीएनबी में विलय हो गया। बीमा कंपनी ने जून 2008 में अपना परिचालन शुरू किया। जीवन बीमा कंपनी ने वित्त वर्ष 24 में शुद्ध लाभ में लगभग 24 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्ज की।