Metal & Mining sector: ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज़ की ताज़ा रिपोर्ट “Top Conviction Ideas – Metals and Mining” में कहा गया है कि यह सेक्टर लगातार वैश्विक तनावों और अनिश्चितताओं के बावजूद मजबूती दिखा रहा है। रिपोर्ट में निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे इस सेक्टर में “डिप पर खरीदें” की रणनीति अपनाएं, यानी जब शेयर गिरावट में हों, तब खरीदना समझदारी होगा। खासकर जब लंबी अवधि के लिए सोचा जाए, तो यह सेक्टर अच्छे मौके दे सकता है।
Q4FY25 यानी जनवरी से मार्च तिमाही के नतीजों में मेटल्स और माइनिंग सेक्टर ने अच्छा सुधार दिखाया है। एल्यूमीनियम सेगमेंट में Hindalco की भारतीय यूनिट्स ने मज़बूत प्रदर्शन किया, जिससे Novelis की कमजोर आय की भरपाई हो सकी। Hindalco का कुल रेवेन्यू ₹64,890 करोड़ रहा, जो अनुमान से 2% अधिक है, जबकि EBITDA ₹9,609 करोड़ पहुंच गया, जो उम्मीद से 9% ऊपर रहा।
NALCO ने भी सबको चौंकाते हुए ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। कंपनी की आय ₹5,268 करोड़ रही, जो 29% ज़्यादा थी, वहीं EBITDA ₹2,754 करोड़ रहा, जिसमें 52% की बढ़ोतरी हुई। इसकी मुख्य वजह एल्यूमिना और एल्यूमीनियम की अच्छी बिक्री और लागत में कमी रही।
स्टील सेगमेंट की बात करें तो Tata Steel के नतीजे अनुमान के अनुरूप रहे। कंपनी की आय में 5% और EBITDA में 11% की तिमाही आधार पर बढ़ोतरी दर्ज की गई। SAIL ने ₹2,797 करोड़ का एडजस्टेड EBITDA दिया, जो थोड़ा अनुमान से ऊपर रहा। वहीं APL Apollo Tubes ने अपने मुनाफे में तगड़ी बढ़ोतरी की है, जबकि JTL Industries को इनपुट कॉस्ट बढ़ने की वजह से घाटा झेलना पड़ा।
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ब्रोकरेज की रिपोर्ट बताती है कि Q1FY26 में स्टील सेक्टर में और सुधार देखने को मिल सकता है। Tata Steel की औसत बिक्री कीमत भारत में करीब ₹3,000 प्रति टन तक बढ़ सकती है, वहीं यूरोप में भी कीमतों में €20–30 प्रति टन की बढ़ोतरी संभव है। कोकिंग कोल की कीमतें भी भारत और यूरोप दोनों जगहों पर $10 प्रति टन तक घट सकती हैं। SAIL के लिए इंपोर्टेड कोल की कीमत ₹1,000 प्रति टन कम हो सकती है। साथ ही, घरेलू स्टील को सपोर्ट देने के लिए नई सेफगार्ड ड्यूटी भी लागू की गई है, जिससे HRC स्टील की कीमतें इस साल 9% तक सुधर चुकी हैं।
एल्यूमीनियम की बात करें तो LME प्राइस में Q4FY25 के दौरान सालाना आधार पर 19% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, हालांकि Q1FY26 में इनमें कुछ गिरावट आई है। इसके पीछे एल्यूमिना की कीमतों में गिरावट और अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ का असर है। गिनी से एल्यूमिना की सप्लाई में अब स्थिरता दिख रही है, लेकिन रिस्क अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। ग्लोबल स्तर पर प्राइमरी एल्यूमीनियम बाजार में CY25 में 0.4 मिलियन टन की कमी बनी रह सकती है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, आगे की रणनीति तय करते समय कुछ बड़ी बातों पर निवेशकों को नज़र रखनी होगी। इनमें अमेरिका में एल्यूमीनियम पर लगने वाले टैरिफ, फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की दिशा, चीन द्वारा घोषित कोई बड़ा आर्थिक पैकेज या फिर अन्य भू-राजनीतिक घटनाएं शामिल हैं। ये सभी कारक शेयरों की चाल पर असर डाल सकते हैं।
इस रिपोर्ट में जिन तीन स्टॉक्स को सबसे भरोसेमंद माना गया है, उनमें Hindalco, APL Apollo Tubes और NALCO शामिल हैं। ब्रोकरेज ने Hindalco के लिए ₹775, APL Apollo Tubes के लिए ₹2,035 और NALCO के लिए ₹220 का टारगेट प्राइस दिया है। Hindalco के CMP 636 रुपये के हिसाब से इसमें 22% उछाल, APL Apollo Tubes के CMP 1913 रुपये के हिसाब से इसमें 6%, और NALCO के 183.30 रुपये के हिसाब से इसमें 20% का रिटर्न देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये कंपनियां मौजूदा बाज़ार हालात में भी स्थिर बनी हुई हैं और लंबे समय में अच्छा रिटर्न दे सकती हैं।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।