क्विक सर्विस रेस्टोरेंट बर्गर किंग इंडिया का शेयर सोमवार को सूचीबद्ध्र हुआ और उसमें दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई। यह शेयर 131 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 138 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ, जो पिछले तीन साल में किसी शेयर की सूचीबद्धता के दिन का सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
दिन के दौरान, शेयर अपर सर्किट में पहुंचा और इसमें सिर्फ खरीदार बने हुए थे, बिकवाली नहीं दिख रही थी। सूचीबद्घता के दिन तेजी सफल आईपीओ में देखी जाती है। आकर्षक सूचीबद्घता क्यूएसआर स्पेस में परिचालन कर रही इस कंपनी के लिए बड़ी सफलता है। कोविड-19 महामारी की वजह से क्यूएसआर क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक था।
बर्गर किंग इंडिया ने नवंबर 2019 में आईपीओ के लिए अपना आवेदन किया था और उसे जनवरी 2020 में सेबी से मंजूरी मिल गई। मुंबई स्थित इस कंपनी ने अपनी आईपीओ योजना को लगभग पूरी तरह से ठंडे बस्ते में डाल दिया था क्योंकि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से उसके कई स्टोर बंद हो गए और उसकी बिक्री में भारी गिरावट आ गई।
कंपनी ने लॉकडाउन के बीच मार्च में अपने करीब तीन-चौथाई स्टोर बंद कर दिए थे। जून तिमाही के दौरान उसने अपने सिर्फ आधे स्टोरों में ही परिचालन बरकरार रखा। सितंबर तिमाही के दौरान करीब 90 प्रतिशत रेस्तरां को पुन: शुरू किया गया था।
इक्विटी बाजारों में अच्छी वापसी और संगठित क्यूएसआर कंपनियों के लिए सुधरते परिदृश्य ने कंपनी को आईपीओ लाने के लिए प्रोत्साहित किया।
विश्लेषकों का मानना है कि निवेशक बर्गर किंग पर तेज वृद्घि वाले फूड रिटेलिंग स्पेस के तौरपर दांव लगा रहे हैं। संगठित क्यूएसआर क्षेत्र के अगले पांच साल के दौरान 19 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 82,500 करोड़ रुपये पर पहुंच जाने का अनुमान है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि प्रमुख ब्रांडों के लिए वृद्घि काफी ज्यादा हो सकती है, क्योंकि महामारी ने कई स्टोरों को बंद करने के लिए बाध्य किया था जिससे प्रतिस्पर्धा भी घटी है। प्रतिस्पर्धा घटने के साथ साथ किराये में कमी क्यूएसआर उद्योग के लिए अन्य मददगार बदलाव है।
आईपीओ के जरिये बर्गर किंग ने 450 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिसका इस्तेमाल नए आउटलेट खोलने और कर्ज चुकाने में किया जाएगा। आईपीओ में 360 करोड़ रुपये की सेकंडरी बिक्री भी शामिल है। बर्गर किंग मौजूदा समय में 270 आउटलेटों का परिचालन करती है। उसने वर्ष 2026 तक यह संख्या बढ़ाकर 700 करने की योजना बनाई है। आईपीओ से प्राप्त रकम से कंपनी को वर्ष 2023 तक करीब 190 स्टोर खोलने में मदद मिलेगी।
आईआईएफएल के शोध प्रमुख अभिमन्यु सोफट ने कहा, ‘बर्गर किंग के लिए स्टोरों की संख्या के मामले में स्पष्ट रूप से वृद्घि की संभावना दिख रही है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में अवसर महज तीन या चार कंपनियों तक ही सीमित हैं।’
कंपनी मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, डोमिनोज पिज्जा, सबवे और पिज्जा हट जैसी अंतरराष्ट्रीय क्यूएसआर शृंखलाओं के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
