बंबई स्टॉक एक्सचेंज बीएसई अपने संयुक्त उद्यम एशिया इंडेक्स (एआईपीएल) में एसऐंडपी डाउ जोन्स इंडाइसेज की पूरी 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकता है। यह कदम मौजूदा संयुक्त उद्यम को लेकर दोनों एक्सचेंजों के बीच विवाद के बाद देखने को मिल रहा है। यह उद्यम लोकप्रिय सेंसेक्स व बैंकेक्स सूचकांकों को कंपाइल करने व उसे बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
पिछले हफ्ते एक्सचेंज ने निवेशकों को सूचित किया था कि वैश्विक फर्म संयुक्त उद्यम में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, एसऐंडपी डाउ जोन्स की निकासी के बाद एआईपीएल बीएसई की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक बन जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी मुख्यालय वाले फर्म की योजना इस महीने अपनी हिस्सेदारी के मुद्रीकरण की है। इसे सौदे से बीएसई के पास प्रतिस्पर्धी एनएसई की तरह बड़ा ढांचा होगा, जहां पूरी तरह से उसकी सूचकांक प्रदाता इकाई होगी।
यह कदम ऐसे समय में देखने को मिल रहा है जब बाजार नियामक सेबी और बैंकिंग नियामक आरबीआई सूचकांक प्रदाताओं की बढ़ती अहमियत के बीच उसे विनियमित करने की योजना बना रहा है।
एनएसई व एसऐंडपी स्वामित्व वाली क्रिसिल संग लाइसेंसिंग की व्यवस्था के एक्सपायर होने के बाद बीएसई व एसऐंडपी ने संयुक्त उद्यम स्थापित किया था।