बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) को बड़ा झटका लगा है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनूप कुमार साहा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह फैसला अपने व्यक्तिगत कारणों से लिया है। कंपनी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार, साहा का इस्तीफा 21 जुलाई 2025 को कारोबारी घंटे खत्म होने के बाद प्रभावी हो गया है। गौर करने वाली बात यह है कि उन्होंने यह पद सिर्फ तीन महीने पहले ही संभाला था।
हालांकि बजाज फाइनेंस ने उनके इस्तीफे को निजी कारण बताया है, लेकिन खबरों की मानें तो अनूप साहा इंडसइंड बैंक के नए सीईओ के लिए दावेदार हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका नाम इंडसइंड बैंक की ओर से रिजर्व बैंक को भेजी गई तीन संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल है। यह लिस्ट जून 2025 में RBI को भेजी गई थी।
अनूप साहा के अचानक इस्तीफे के बाद, बजाज फाइनेंस ने तत्काल कदम उठाते हुए कंपनी के पूर्व CEO और मौजूदा कार्यकारी उपाध्यक्ष (Executive Vice-Chairman) राजीव जैन को फिर से जिम्मेदारी सौंप दी है। उन्हें अब वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (VC & MD) के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल 31 मार्च 2028 तक रहेगा।
राजीव जैन बीते 15 सालों से बजाज फाइनेंस के साथ जुड़े हैं और कंपनी को एक सफल एनबीएफसी बनाने में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है। एनालिस्ट्स का मानना है कि उनकी वापसी से कंपनी में स्थिरता बनी रहेगी और निवेशकों का भरोसा भी बना रहेगा।
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ब्रोकरेज हाउस Emkay Global का कहना है कि राजीव जैन की मौजूदगी से बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। हालांकि, मीडियम टर्म में बजाज फाइनेंस को नए लीडरशिप विकल्पों पर फिर से विचार करना होगा। Jefferies ने भी माना है कि राजीव जैन की वापसी से ट्रांजिशन स्मूद रहेगा और कंपनी का ऑपरेशन सामान्य रूप से चलता रहेगा।
Jefferies ने बजाज फाइनेंस पर ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी है और शेयर का टारगेट ₹1,044 तय किया है। वहीं Emkay Global ने ‘Add’ रेटिंग देते हुए ₹925 का टारगेट रखा है। दोनों ब्रोकरेज हाउस 24 जुलाई को आने वाले कंपनी के Q1FY26 के नतीजों के बाद रेटिंग और टारगेट पर दोबारा विचार करेंगे।
Kotak Institutional Equities को उम्मीद है कि बजाज फाइनेंस का Q1FY26 में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 19.5% बढ़कर ₹4,676.2 करोड़ तक पहुंच सकता है। वहीं नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 21.9% की ग्रोथ के साथ ₹10,201.1 करोड़ हो सकती है, और प्री-प्रोविज़न ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPoP) 21.2% की वृद्धि के साथ ₹8,421.5 करोड़ तक जा सकता है।
Motilal Oswal ने भी मजबूत नतीजों की उम्मीद जताई है। उनका अनुमान है कि कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹4,629.7 करोड़ रहेगा, जो कि सालाना आधार पर 18.3% की बढ़त होगी। NII ₹10,251.7 करोड़ और PPoP ₹8,430 करोड़ के करीब रहने का अनुमान है।
ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि कंपनी की मजबूत एसेट क्वालिटी, लो क्रेडिट कॉस्ट, और बढ़ती क्रेडिट डिमांड के चलते कंपनी का प्रदर्शन आने वाले समय में बेहतर रह सकता है। इसके अलावा, मजबूत मैनेजमेंट टीम और राजीव जैन की लीडरशिप से कंपनी को शॉर्ट टर्म में कोई बड़ा झटका नहीं लगेगा।