हिंडनबर्ग मामले के बाद अदाणी परिवार द्वारा पहली बार किसी निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए बड़ी निवेश योजनाओं की घोषणा की गई है।
गौतम अदाणी के बेटे करण अदाणी ने आंध्र प्रदेश में बड़े निवेश की घोषणा की है। इसमें 1 करोड़ टन सालाना क्षमता वाली दो सीमेंट इकाइयों, 15,000 मेगावॉट की एक अक्षय ऊर्जा परियोजना, 400 मेगावॉट के डेटा केंद्र की स्थापना और बंदरगाह क्षेत्र में 10 करोड़ टन क्षमता वृद्धि करना शामिल है।
स्पष्ट है कि पिछले महीने लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित निवेशक सम्मेलन में गौतम अदाणी या उनके परिवार से किसी सदस्य की मौजूदगी नहीं देखी गई थी।
करण ‘अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज’ के मुख्य कार्याधिकारी हैं। आंध्र प्रदेश में यह बड़ा निवेश ऐसे समय में किया जा रहा है जब अदाणी समूह को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद इसे बड़े आकार की पहली निवेश घोषणा के तौर पर देखा जा सकता है।
आंध्र प्रदेश सरकार के अनुसार, अदाणी ग्रीन ने दो समझौते किए हैं, जिनके तहत करीब 21,820 करोड़ रुपये का निवेश किया जा सकता है और 14,000 नौकरियां पैदा हो सकती हैं।
करण अदाणी ने आंध्र प्रदेश वैश्विक निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कृष्णापटनम और गंगावरम में मौजूदा दो बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी करने की योजना है।
उन्होंने कहा, ‘हम बंदरगाह-आधारित औद्योगिक विकास की दिशा में प्रदेश के विजन के प्रति वचनबद्ध हैं। मौजूदा समय में, अदाणी समूह आंध्र प्रदेश में दो बड़े निजी बंदरगाहों का परिचालन करता है, जिनकी सालाना क्षमता 10 करोड़ टन की है। अगले पांच साल में हम अन्य 10 करोड़ टन क्षमता हासिल करना चाहेंगे और इन बंदरगाहों को औद्योगिक बंदरगाह शहरों में तब्दील करने की दिशा में प्रयासरत रहेंगे।’
शुक्रवार को समूह द्वारा 15,000 मेगावॉट की अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की घोषणा की गई, जो अगले कुछ वर्षों में अनंतपुर, कडप्पा, कुरुनूल, विशाखापटनम और विजियानगरम में चलाई जाएंगी। अन्य बड़ा निवेश सीमेंट क्षेत्र में किया जाएगा।
करण अदाणी ने कहा, ‘अंबुजा और एसीसी सीमेंट आगामी वर्षों में हमारी विस्तार योजनाओं में शामिल हैं और 1 करोड़ टन सालाना क्षमता के साथ कडप्पा तथा नडीकुडी में दो संयंत्रों की स्थापना की जाएगी।’
भारत में डेटा सेंटर व्यवसाय में तेजी को ध्यान में रखते हुए समूह विशाखापट्टनम में 400 मेगावॉट क्षमता का डेटा सेंटर भी स्थापित करेगा। ये सभी परियोजनाएं न सिर्फ निवेश को बढ़ावा देंगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगी और आंध्र प्रदेश के निरंतर विकास की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करेंगी।