अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड के शेयर बेचने के नॉर्जेज बैंक फैसले के एक दिन बाद कंपनी का शेयर आज 1,336 रुपये पर स्थिर बंद हुआ।
अपने फैसले के लिए नॉर्जेज ने म्यांमार के एक बंदरगाह में अदाणी के निवेश का उदाहरण दिया है। कंपनी के एक सूत्र ने कहा, अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड ने पिछले साल मई में म्यांमार की पूरी संपत्ति बेच दी थी और अब इस परिसंपत्ति के मामले में कोई खुलासा नहीं किया गया है क्योंकि इस बंदरगाह को लेकर चिंता जताए जाने के बाद वह पहले ही इससे पूरी तरह निकल चुकी है।
नॉर्वेजिन फंड ने कंपनी का शेयर अक्टूबर के मध्य में खरीदना शुरू किया और पिछले छह महीने में यानी अप्रैल में पूरी तरह निकलने तक अपनी पहली खरीद पर करीब 70 फीसदी की कमाई की। सूत्र ने कहा, म्यांमार की परिसंपत्ति को लेकर उसने कंपनी से संपर्क नहीं किया।
नॉर्जेज बैंक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट पहले अन्य भारतीय कंपनियों से निकल चुकी है और इसके लिए अन्य तरह की चिंता सामने रखी थी। अप्रैल में वह गेल इंडिया से निकली और वहां भी ऐसी ही चिंता का हवाला दिया। जनवरी 2023 में उसने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स की हिस्सेदारी यह कहते हुए बेच दी कि उसने सैन्य विवाद में हथियारों की बिक्री की है।
बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े वेल्थ फंड गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल (जीपीएफजी) ने कहा कि उसने एपीएसईजेड लको अपने निवेश आउटलुक से दूर रखा है और यहां भी म्यांमार की परिसंपत्ति पिछले साल बेचने से जुड़ी चिंता सामने रखी थी।