शेयर बाजार के करीब 20 प्रतिशत सक्रिय निवेशक आरंभिक सार्वजनिक पेशकशों (आईपीओ) पर दांव लगा रहे हैं, जिससे प्राथमिक बाजार में तेजी को बढ़ावा मिला है।
पिछले सप्ताह रोलेक्स रिंग्स और ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज की पेशकशों को 35 लाख और 40 लाख रिटेल आवेदन मिले। प्राइम डेटाबेस के आंकड़े के अनुसार, इन आंकड़ों के संदर्भ में 2019 में औसत रिटेल आवेदन 10 लाख से कम थे जबकि पिछले कैलंडर वर्ष में यह आंकड़ा 13 लाख रहा।
जून के अंत में नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर सक्रिय ग्राहक आधार लगभग 2.24 करोड़ था। सक्रिय ग्राहक आधार में 18 प्रतिशत की वृद्घि हुई है, जिसे लेकर उद्योग के कारोबारियों का कहना है कि यह काफी हद तक आईपीओ में भागीदारी चाहने वाले निवेशकों की वजह से है। आवेदनों की संख्या में तेजी से आईपीओ लाने की योजना बना रहीं कंपनियों का भरोसा मजबूत हुआ है। पेटीएम, पीबी फिनटेक, नायका और कई अन्य कंपनियां आईपीओ लाने की सूची में शामिल हैं। 2021 में आईपीओ के जरिये कोष उगाही 2017 के रिकॉर्ड (67,147 करोड़ रुपये) के पार पहुंच गई। इस साल अब तक, 28 आईपीओ ने 42,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई है।
उद्योग के कारोबारियों का कहना है कि ताजा सूचीबद्घताओं से अच्छे प्रतिफल की वजह से निवेशक सभी आईपीओ में कम से कम एक बोली लगाने के लिए प्रेरित हुए हैं।
5पैसा के मुख्य कार्याधिकारी प्रकर्ष गगडानी ने कहा, ‘कई आईपीओ ने अच्छा प्रतिफल दिया है। ये ग्राहकों के लिए अल्पावधि प्रतिफल वाले आकर्षक निवेशक विकल्प बन गए हैं। साथ ही, आईपीओ के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया यूपीआई के जरिये बेहद आसान हो गई है। कंपनी को सूचीबद्घ होने में लगने वाला समय भी नियामकीय उपायों की वजह से घटा है।’ हाल में सूचीबद्घता सूची में शामिल हुईं चार कंपनियों – तत्व चितन, जोमैटो, क्लीन साइंस टेक्नोलॉजी, और जीआर इन्फ्रा ने सूचीबद्घता के दिन 65 प्रतिशत से 113 प्रतिशत के बीच प्रतिफल दिया। विश्लेषकों का कहना है कि प्राथमिक और द्वितीयक बाजार मौजूदा समय में एक-दूसरे के पूरक बन गए हैं। सेकंडरी बाजार में तेजी से अपने आईपीओ लाने की योजना बना रहीं कंपनियों को अच्छा मूल्यांकन समर्थन मिल रहा है। दूसरी तरफ, नए निवेशकों के जुडऩे से सेकंडरी बाजार में कारोबारी मात्रा मजबूत हो रही है। एनएसई के कैश मार्केट कारोबार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी वित्त वर्ष 2020 के 39 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 45 प्रतिशत पर पहुंच गई।
येस सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी प्रशांत प्रभाकरन ने कहा, ‘बाजार में मजबूती आई है, अस्थिरता कम हुई है, और हमने सफल आईपीओ दर्ज किए हैं। पारंपरिक तौर पर बाजार के अच्छे प्रदर्शन से ज्यादा संख्या में आईपीओ को बढ़ावा मिलता है और निवेशकों के आवेदनों में इजाफा हुाआ है। खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी मजबूत बनी हुई है, क्योंकि निवेशक सामान्य तौर पर आईपीओ में निवेश के जरिये बाजार में प्रवेश करते हैं। तिमाही आधार पर वे सेकंडरी बाजार में कारोबार करेंगे।’
