facebookmetapixel
मुंबई में 14 साल में सबसे अधिक संपत्ति रजिस्ट्रेशन, 2025 में 1.5 लाख से ज्यादा यूनिट्स दर्जसर्वे का खुलासा: डर के कारण अमेरिका में 27% प्रवासी, ग्रीन कार्ड धारक भी यात्रा से दूरBank Holiday: 31 दिसंबर और 1 जनवरी को जानें कहां-कहां बंद रहेंगे बैंक; चेक करें हॉलिडे लिस्टStock Market Holiday New Year 2026: निवेशकों के लिए जरूरी खबर, क्या 1 जनवरी को NSE और BSE बंद रहेंगे? जानेंNew Year Eve: Swiggy, Zomato से आज नहीं कर सकेंगे ऑर्डर? 1.5 लाख डिलीवरी वर्कर्स हड़ताल परGold silver price today: साल के अंतिम दिन मुनाफावसूली से लुढ़के सोना चांदी, चेक करें ताजा भाव2026 के लिए पोर्टफोलियो में रखें ये 3 ‘धुरंधर’ शेयर, Choice Broking ने बनाया टॉप पिकWeather Update Today: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त; मौसम विभाग ने जारी की चेतावनीShare Market Update: नए साल से पहले बाजार में जोरदार तेजी, सेंसेक्स 650 अंक उछला; निफ्टी 26150 के पारStocks To Watch Today: डील, डिमांड और डिफेंस ऑर्डर, आज इन शेयरों पर रहेगी बाजार की नजर

प्रवर्तकों और पीई/वीसी की हिस्सेदारी बिक्री में 2.2 गुना बढ़ोतरी

अदाणी प्रमोटर्स ने 37,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की

Last Updated- September 28, 2023 | 11:24 PM IST
equity

इस साल प्रवर्तकों और प्राइवेट इक्विटी/वेंचर कैपिटल (पीई/वीसी) निवेशकों की तरफ से की गई हिस्सेदारी बिक्री पहले ही पिछले साल के मुकाबले दोगुने से ज्यादा हो गई है। इस कैलेंडर वर्ष में अब तक इनकी बिकवाली 87,400 करोड़ रुपये से ज्यादा की रही है, जो साल 2022 में प्रवर्तकों व पीई/वीसी की तरफ से हुई 39,700 करोड़ रुपये की बिकवाली का 2.2 गुना है।

इस साल की तेजी को अदाणी समूह के प्रवर्तकों की तरफ से हुई हिस्सेदारी बिक्री से मजबूती मिली। कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने एक नोट में कहा है, बल्क व ब्लॉक डील के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि साल 2023 में प्रवर्तकों की तरफ से बिकवाली का आंकड़ा पिछले छह साल का सर्वोच्च स्तर है।

हालांकि हमने पाया कि अदाणी समूह के प्रवर्तकों ने 37,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जो साल 2023 में प्रवर्तकों की तरफ से हुई कुल बिकवाली का करीब 40 फीसदी बैठता है।

इस साल अब तक ऑटोमोबाइल व कंपोनेंट, कैपिटल गुड्स, इलेक्ट्रिक यूटिलिटीज, आईटी सेवा और परिवहन क्षेत्र की हिस्सेदारी प्रवर्तकों की कुल बिक्री में सबसे ज्यादा रही है, वहीं बीमा और आईटी सेवा की हिस्सेदारी प्रवर्तकों की बिक्री में 2018-22 के दौरान सबसे ज्यादा रही थी।

नोट में कहा गया है, प्रवर्तकों की तरफ से बिकवाली मोटे तौर पर रणनीतिक बाध्यताएं (कर्ज प्रबंधन) को प्रतिबिंबित करती है, वहीं पीई की तरफ से बिकवाली कीमत को प्रतिबिंबित करती है। देसी निवेशकों ने इस बिकवाली का बड़ा हिस्सा खरीदा। द्वितीयक बाजार में तेजी ने भी इस बिकवाली को प्रोत्साहित किया।

निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 27 फीसदी चढ़ा है, वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 30 फीसदी की उछाल आई है। दोनों ने ही बेंचमार्क के मुकाबले उम्दा प्रदर्शन किया है, जो 7.4 फीसदी ऊपर है। इस साल बड़ी हिस्सेदारी बेचने वाले पीई निवेशकों में बेन कैपिटल (एलऐंडटी फाइनैंस, ऐक्सिस कैपिटल का हिस्सा बेचा), सिकोया कैपिटल (गो फैशंस), टीपीजी (फाइव स्टार बिजनेस, कैंपस ऐक्टिववियर) और बेरिंग पीई एशिया (कोफोर्ज) शामिल हैं।

First Published - September 28, 2023 | 11:24 PM IST

संबंधित पोस्ट