बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने पुलिस को बताया है कि उन्हें यकीन है कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने अप्रैल में उनके मुंबई स्थित घर पर फायरिंग की थी और उनका और उनके परिवार का कत्ल करने की कोशिश की थी। अभिनेता का यह बयान मुंबई पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में दाखिल किए गए चार्जशीट का हिस्सा है।
सलमान खान ने पुलिस को बताया कि 14 अप्रैल की सुबह वो अपने घर गैलेक्सी अपार्टमेंट में सो रहे थे, तभी उन्हें पटाखे जैसी आवाज सुनाई दी। सुबह करीब साढ़े चार बजे उनके बॉडीगार्ड ने उन्हें बताया कि दो लोग बाइक पर आकर पहली मंजिल की बालकनी पर फायरिंग कर गए हैं। सलमान खान ने बताया कि पहले भी उनपर और उनके परिवार पर हमले की कोशिशें हुई हैं। उन्होंने बताया कि उनके बॉडीगार्ड ने इस फायरिंग की शिकायत बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी।
बयान में कहा गया है कि बाद में अभिनेता को पता चला कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल बिश्नोई ने फेसबुक पोस्ट में हमले की जिम्मेदारी ली है। बयान में कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के सदस्यों ने पहले भी सलमान खान और उनके रिश्तेदारों को मारने की बात कही थी। उन्होंने कहा, “इसलिए मेरा मानना है कि लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गिरोह के सदस्यों की मदद से मेरे परिवार के सोते समय फायरिंग की घटना को अंजाम दिया और हम सबको मारने की योजना बनाई थी।” अभिनेता ने पुलिस को बताया कि उन्हें और उनके परिवार को पिछले कुछ सालों में कई और धमकियां मिली थीं।
अभिनेता ने कहा कि साल 2022 में उनकी बिल्डिंग के सामने एक बेंच पर धमकी भरा पत्र मिला था, जबकि मार्च 2023 में उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से ईमेल पर धमकी मिली थी। अभिनेता ने कहा कि जनवरी 2024 में दो अज्ञात लोगों ने फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर उनके पनवेल के पास स्थित फार्महाउस में घुसने की कोशिश की थी। पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट मामलों की विशेष अदालत में फायरिंग मामले में 1735 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की।
अदालत ने हाल ही में चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त मटेरियल है। इस मामले में विक्की कुमार गुप्ता, सागर कुमार पाल, सोनू कुमार बिश्नोई, अनुज कुमार थापन (अब मृत), मोहम्मद रफीक चौधरी और हरपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया था। थापन ने कथित तौर पर गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत में आत्महत्या कर ली थी। अन्य पांच अब न्यायिक हिरासत में हैं।