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Licious IPO Planning: भारत में ऑनलाइन मीट और सीफूड बेचने वाली कंपनी लिसियस (Licious) अगले साल यानी 2026 में IPO लाने की तैयारी कर रही है। इससे पहले कपंनी प्रॉफिटेबल होने का लक्ष्य लेकर चल रही है। Licious में Temasek Holdings Pte ने अहम निवेश किया है। इसका ऑपरेशन Delightful Gourmet Pvt करती है।
Licious के CEO और सह-संस्थापक विवेक गुप्ता ने कहा, “हम अगले 12 महीनों में IPO के लिए पूरी तरह तैयार कंपनी बनना चाहते हैं।” कंपनी नए ऑफलाइन स्टोर्स खोलने, डिलीवरी तेज करने और क्विक कॉमर्स कंपनियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा देने की स्ट्रैटेजी पर काम कर रही है। कंपनी का लक्ष्य अगस्त 2025 तक EBITDA स्तर पर लाभदायक बनना है।
इस मामले से जुड़े लोगों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि बेंगलुरु स्थित यह कंपनी 200 करोड़ डॉलर से ज्यादा के वैल्यूएशन पर लिस्टिंग की योजना बना रही है। 2023 में इसके अंतिम फंडिंग राउंड में इसकी वैल्यू 150 करोड़ डॉलर आंकी गई थी। Licious के निवेशकों में Avendus Capital Pvt और Kotak Investment Advisors शामिल हैं।
हालांकि, विवेक गुप्ता और को-फाउंडर अभय हांजुरा ने कंपनी की आईपीओ प्रक्रिया शुरू होने से पहले संभावित वैल्यूएशन पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
2015 में बनी Licious उन कंपनियों में शामिल हो गई है, जो भारत के IPO बाजार में लिस्ट होने की तैयारी कर रही हैं। भारतीय बाजारों में आईपीओ के जरिए 2024 में 20 अरब डॉलर से ज्यादा जुटाए गए, जिससे भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा IPO मार्केट बन गया।
भारत की करीब 1.4 अरब की आबादी में से तीन-चौथाई लोग मछली, चिकन या मीट का सेवन करते हैं, जिसमें से ज्यादातर पारंपरिक रिटेल दुकानों से खरीदा जाता है। Licious भारत में शहरी और स्मार्टफोन-सेवी कंज्यूमर्स पर फोकस कर रही है, जो सर्विस व क्वॉलिटी के लिए ज्यादा भुगतान करने को तैयार हैं।
डाटा प्रोवाइडर Statista के मुताबिक, भारत का सालाना मछली और सीफूड मार्केट 5900 करोड़ डॉलर और मीट मार्केट 2600 करोड़ डॉलर का है। Licious फिलहाल भारत के 20 शहरों में उपलब्ध है और यह चिकन, मटन, मछली, सीफूड, मसाले, स्प्रेड और रेडी-टू-ईट प्रोडक्ट्स बेचती है।