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Berkshire Hathaway से रिटायर होंगे Warren Buffett, जानें अब कौन संभालेगा कंपनी की बागडोर

94 वर्षीय दिग्गज निवेशक ने सालाना मीटिंग में किया ऐलान, बर्कशायर की कमान अब ग्रेग एबेल को

Last Updated- May 04, 2025 | 9:39 AM IST
Warren Buffett
94 वर्षीय बफे‍ ने शनिवार को ओमाहा, नेब्रास्का में कंपनी की सालाना शेयरधारक बैठक के दौरान ऐलान किया कि वे साल के अंत में चेयरमैन पद से हट जाएंगे।

बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway) को 1.16 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी बनाने वाले और अपनी निवेश समझदारी व चुटीले अंदाज़ के लिए मशहूर वॉरेन बफे (Warren Buffett) अब कंपनी की कमान छोड़ने जा रहे हैं। 94 वर्षीय बफे‍ ने शनिवार को ओमाहा, नेब्रास्का में कंपनी की सालाना शेयरधारक बैठक के दौरान ऐलान किया कि वे साल के अंत में चेयरमैन पद से हट जाएंगे।

बफे ने बताया कि ग्रेग एबल, जो कंपनी के गैर-बीमा कारोबार के वाइस चेयरमैन हैं, बर्कशायर की जिम्मेदारी संभालेंगे। यह बदलाव बोर्ड की मंजूरी के बाद प्रभावी होगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक रविवार को होगी।

यह ऐलान न केवल बोर्ड के लिए, बल्कि खुद ग्रेग एबल के लिए भी चौंकाने वाला था। हालांकि एबल को लंबे समय से बफे‍ का उत्तराधिकारी माना जा रहा था, लेकिन उन्हें इस घोषणा की कोई पूर्व जानकारी नहीं थी।

वॉरेन बफे ने बैठक के समापन पर हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “यही आज की सबसे बड़ी खबर है। आने के लिए धन्यवाद।”

बर्कशायर हैथवे ने कई दशकों में जबरदस्त तेजी से ग्रोथ की, खासकर तब जब वॉरेन बफे इसके चेयरमैन और सीईओ रहे। उन्होंने कंपनी के पोर्टफोलियो के लिए निवेश और अधिग्रहण के फैसले अपने भरोसेमंद सहयोगी और वाइस चेयरमैन चार्ली मंगर के साथ मिलकर लिए। मंगर का निधन 2023 में 99 साल की उम्र में हुआ था। बफे ने बर्कशायर के जरिए अलग-अलग तरह के बिजनेस खरीदे, जिनके बारे में वे कहते थे कि ये अमेरिका की इकॉनमी का आईना हैं। बफे का मानना था कि बर्कशायर में निवेश करना, अमेरिका की तरक्की पर भरोसा जताने जैसा है।

2015 में अपने सालाना पत्र में बफे ने कहा था, “दुनिया बर्कशायर के लिए एक बड़ा मौका है — जहां हमें ऐसे अवसर मिलते हैं, जो ज्यादातर कंपनियों को मिलना मुश्किल होता है।”

बफे की गिनती अमेरिका के टॉप सीईओ और कुछ राष्ट्रपतियों के करीबी सलाहकारों में होती थी। हर साल ओमाहा में होने वाली कंपनी की सालाना बैठक में हजारों शेयरधारक जुटते थे, सिर्फ बफे को सुनने के लिए।

उनकी निवेश की कामयाबी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1965 से 2024 के बीच बर्कशायर के शेयरों में सालाना 20% की कंपाउंडेड ग्रोथ हुई, जबकि इसी दौरान S&P 500 इंडेक्स की औसत ग्रोथ करीब 10% रही। बफे के इसी ट्रैक रिकॉर्ड की बदौलत वे बाजार में बड़े सौदे कर पाए, जैसे संकट के समय गोल्डमैन सैक्स और जनरल इलेक्ट्रिक जैसी कंपनियों में निवेश।

वॉरेन बफे ने बहुत कम उम्र में पैसा मैनेज करना शुरू कर दिया था। वह मशहूर निवेशक बेंजामिन ग्राहम की निवेश शैली से प्रभावित थे। बाद में उन्होंने कॉरपोरेट दुनिया की ओर रुख किया, जब उनकी कंपनी बफे पार्टनरशिप लिमिटेड ने बर्कशायर हैथवे में शेयर खरीदे। 1965 में बफे ने इस कंपनी का पूरा नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।

उस समय बर्कशायर एक कपड़ा कारोबार थी, जो संघर्ष कर रही थी और धीरे-धीरे बंद होने लगी। लेकिन बफे ने इसे अपने आधुनिक बिजनेस साम्राज्य की नींव बना लिया। उन्होंने धीरे-धीरे कई अलग-अलग क्षेत्रों की कंपनियों को खरीदा और इसमें शामिल किया। बीमा कंपनियों में निवेश से उन्हें एक खास फायदा मिला – “फ्लोट” यानी ग्राहकों से मिले प्रीमियम की रकम, जिसका इस्तेमाल वह और निवेश करने के लिए करते थे।

आज बर्कशायर हैथवे के पास कई तरह के बिजनेस हैं – जैसे बीएनएसएफ रेलवे, ऑटो बीमा कंपनी गीको, ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी कंपनियां और डेयरी क्वीन, सीज़ कैंडीज़ जैसे रिटेल ब्रांड। 2024 में इन सभी कंपनियों ने मिलकर करीब 47.4 अरब डॉलर का ऑपरेटिंग प्रॉफिट कमाया।

इसके साथ ही बफे ने बर्कशायर के तहत एक मजबूत स्टॉक पोर्टफोलियो भी बनाया, जिसमें Apple और American Express जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इससे बर्कशायर को उन कंपनियों के फायदे में हिस्सेदारी मिलती है, जिनमें उसने पूरी हिस्सेदारी नहीं ली है, लेकिन भारी निवेश जरूर किया है।

‘ऑल-इन वेजर’: अमेरिका की इकॉनमी पर वॉरेन बफे का भरोसा

साल 2009 में जब वॉरेन बफे ने BNSF रेलवे कंपनी को 26 अरब डॉलर में खरीदने का फैसला किया, तो उन्होंने इसे अमेरिका के आर्थिक भविष्य पर “ऑल-इन वेजर” यानी एक बड़ा दांव बताया था। वे अक्सर अमेरिका की इकॉनमी की मजबूती और संभावनाओं की तारीफ करते रहे हैं।

2015 की अपनी सालाना चिट्ठी में बफे ने लिखा था कि देश में उत्पादकता की “बहुत ताकतवर प्रवृत्ति” ने अमेरिका को महान बनाया है। उन्होंने बताया कि उनके जीवनकाल में अमेरिका की प्रति व्यक्ति आर्थिक उत्पादन क्षमता छह गुना बढ़ चुकी है—जो उनके माता-पिता के दौर की कल्पना से भी कहीं ज्यादा है।

अब 62 वर्षीय ग्रेग एबल, जो बफे के लंबे समय से डिप्टी रहे हैं, एक मजबूत बिजनेस संभालने जा रहे हैं। हालांकि हाल ही में बर्कशायर हैथवे की पहली तिमाही की ऑपरेटिंग इनकम 14% गिरकर 9.6 अरब डॉलर रही, इसका मुख्य कारण कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग से बीमा यूनिट को हुआ बड़ा नुकसान था। लेकिन ट्रेजरी बिल्स में कंपनी के निवेश से इनवेस्टमेंट इनकम में अच्छी बढ़त देखने को मिली है।

बड़ी डील्स का इंतजार, नकदी का अंबार

कोविड महामारी के दौरान वॉरेन बफे को अच्छे बिजनेस में निवेश के लिए उपयुक्त मौके नहीं मिल पाए, क्योंकि ऐसे बिजनेस की वैल्यूएशन बहुत ज्यादा थी। इस वजह से बर्कशायर हैथवे के पास नकदी की बड़ी रकम जमा होती रही, लेकिन निवेश के लिए ज्यादा आकर्षक विकल्प नहीं मिले।

बड़ी डील्स की जगह बफे ने पूंजी लगाने के लिए शेयर बायबैक का सहारा लिया। हालांकि, 2022 में उन्होंने इस ट्रेंड से हटकर 11.6 अरब डॉलर में Alleghany Corp. का अधिग्रहण किया।

पिछले साल उन्होंने यह कहते हुए निराशा जताई थी कि कोई भी बड़ी और दमदार डील नहीं हो रही है जिससे बर्कशायर की परफॉर्मेंस में ज़बरदस्त उछाल आ सके। उन्होंने कहा था कि अमेरिका की ज्यादातर बड़ी कंपनियां, जिनमें बर्कशायर निवेश कर सकता है, उन्हें पहले ही खुद उन्होंने या अन्य निवेशकों ने बारीकी से परखा हुआ है।

तब से अब तक उन्होंने Apple और Bank of America में अपनी हिस्सेदारी घटाई है और कोई बड़ी डील नहीं की है। इसके चलते बर्कशायर की नकदी लगातार बढ़ती गई और 31 मार्च 2025 तक यह बढ़कर 347.7 अरब डॉलर तक पहुंच गई है।

बर्कशायर हैथवे के वॉरेन बफे ने अपने लंबे निवेश सफर में कुछ गलतियां भी मानी हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने 2020 में प्रिसिशन कास्टपार्ट्स नाम की एयरोस्पेस उपकरण कंपनी को खरीदने में ज़रूरत से ज़्यादा कीमत चुका दी थी, जिसके चलते कंपनी को करीब 10 अरब डॉलर का घाटा उठाना पड़ा। इसके अलावा, बफे और उनके साथी चार्ली मंगर तकनीकी शेयरों की अहमियत को समझने में देर कर बैठे, हालांकि बाद में उन्होंने एप्पल के शेयरों में बड़ी हिस्सेदारी ली।

इसके बावजूद, उनका लंबी अवधि का निवेश रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा है, जिससे दुनियाभर में उनके प्रशंसक बने। हर साल ओमाहा के एक बड़े स्पोर्ट्स एरीना में होने वाली उनकी सालाना मीटिंग में हज़ारों लोग जुटते हैं, जहां बफे और मंगर शेयर बाजार से लेकर क्रिप्टोकरेंसी और जीवन के अनुभवों तक पर खुलकर चर्चा करते थे। इस आयोजन को ‘वुडलैंड फॉर कैपिटलिस्ट्स’ कहा जाता है। साथ ही, बफे की सालाना चिट्ठी भी दुनियाभर के निवेशकों को काफी प्रभावित करती रही है, क्योंकि उसमें वह निवेश के साथ-साथ जीवन के पाठ भी सिखाते हैं।

वॉरेन बफे अपने काम में सबसे अहम भूमिका पूंजी आवंटन (कैपिटल अलोकेशन) को मानते थे — यानी बर्कशायर हैथवे की कमाई को कहां और कैसे लगाना है, इसका फैसला करना। इसके लिए वे ओमाहा स्थित अपने कॉर्पोरेट ऑफिस में घंटों पढ़ाई में डूबे रहते थे। यह ऑफिस काफी छोटा था — पिछले साल वहां सिर्फ 27 कर्मचारी थे।

बफे के लंबे समय तक एक ही दिशा में ध्यान केंद्रित करने की रणनीति की तारीफ करते हुए उनके सहयोगी चार्ली मंगर ने एक सालाना पत्र में लिखा, “बफे का सीमित क्षेत्रों में ही सक्रिय रहना और उसी पर लगातार 50 साल तक ध्यान देना एक असाधारण बात थी। वे उसी तरह सफल हुए, जैसे रोजर फेडरर टेनिस में हुए।”

First Published - May 4, 2025 | 9:39 AM IST

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